पटना: बिहार में प्रवासी मजदूरों का मुद्दा शांत होता नहीं दिख रहा है. नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी ने नीतीश सरकार पर प्रवासी मजदूरों के नाम पर राजनीति करने का गंभीर आरोप लगाया है. तेजस्वी ने कहा कि रोजगार देने की बात कहकर मौजूदा सरकार मजदूरों को बरगला रही है.
दरअसल, 29 मई को बिहार पुलिस मुख्यालय ने एक पत्र जारी किया था. इसमें प्रवासी मजदूरों के बड़ी संख्या में आने को विधि व्यवस्था पर संकट बताया गया. ये पत्र बिहार पुलिस मुख्यालय के सभी जिलों के डीएम और एसपी को लिखा गया. वहीं, 2 दिन पहले मुख्यमंत्री ने बिहार लौट रहे लोगों को प्रवासी बोले जाने पर नाराजगी जाहिर की. इन सभी बातों को लेकर तेजस्वी यादव ने कहा कि इनकी कथनी और करनी में बहुत अंतर है. एक तरफ ये लोगों को रोजगार देने की बात करते हैं, तो दूसरी तरफ ये लोगों को डंडा मारने की बात कर रहे हैं.
तेजस्वी यादव का बयान
- तेजस्वी यादव ने कहा कि सरकार ने हमारा सहयोग और सलाह नहीं ली है.
- प्रवासी मजदूरों ने लाठी और डंडा खाया, ऐसे में जारी लेटर को भूल बता रही है सरकार.
- ये अमानवीय व्यवहार है. ऐसे पत्र को फाड़कर फेंक देना चाहिए.
- तेजस्वी यादव ने पत्र फाड़ते हुए कहा कि सीएम नीतीश को आकर माफी मांगनी चाहिए.
- उन्होंने कहा ये भूल नहीं हो सकती.
तेजस्वी को जब पता चला कि 4 जून को सरकार ने अपनी गलती मानते हुए इस पत्र को भूलवश जारी किया हुआ बताया था. इसके बाद वो आक्रोशित हो उठे और उन्होंने मीडिया के सामने पत्र फाड़ते हुए कहा कि सीएम नीतीश को इसके लिए माफी मांगनी चाहिए.