पटना : रविवार को बिहार में आयोजित हुए बीपीएससी परीक्षा के प्रश्न पत्र लीक मामले में RJD ने निशाना (Tejashwi yadav on BPSC Paper leak) साधा है. नेता प्रतिपक्ष ने रविवार शाम को ट्वीट कर कहा कि बिहार लोक सेवा आयोग का नाम बदलकर अब बिहार लोक पेपर लीक आयोग कर देना चाहिए. बता दें कि रविवार 8 मई को बीपीएससी की तरफ से एग्जाम लिया गया था. जबकि पेपर 11:00 बजे के करीब ही लीक होने का मामला सामने आ गया. जबकि 67 वी संयुक्त प्रारम्भिक परीक्षा का आयोजन दोपहर 12:00 से 2:00 के बीच किया गया था.
ये भी पढ़ें- 67th BPSC Exam Cancelled: बीपीएससी ने जांच के बाद रद्द की परीक्षा, अभ्यर्थियों ने खूब काटा बवाल
-
बिहार के करोड़ों युवाओं और अभ्यर्थियों का जीवन बर्बाद करने वाले बिहार लोक सेवा आयोग का नाम बदलकर अब “बिहार लोक पेपर लीक आयोग” कर देना चाहिए।
— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) May 8, 2022 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
">बिहार के करोड़ों युवाओं और अभ्यर्थियों का जीवन बर्बाद करने वाले बिहार लोक सेवा आयोग का नाम बदलकर अब “बिहार लोक पेपर लीक आयोग” कर देना चाहिए।
— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) May 8, 2022बिहार के करोड़ों युवाओं और अभ्यर्थियों का जीवन बर्बाद करने वाले बिहार लोक सेवा आयोग का नाम बदलकर अब “बिहार लोक पेपर लीक आयोग” कर देना चाहिए।
— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) May 8, 2022
तेजस्वी यादव का ट्वीट- 'बिहार के करोड़ों युवाओं और अभ्यर्थियों का जीवन बर्बाद करने वाले बिहार लोक सेवा आयोग का नाम बदलकर अब “बिहार लोक पेपर लीक आयोग” कर देना चाहिए.' बता दें कि आयोग ने बिहार के डीजीपी से वायरल प्रश्न की जांच साइबर सेल से कराने को कहा है. गौरतलब है कि रविवार को बीपीएससी की 67वीं संयुक्त प्रारंभिक प्रतियोगिता परीक्षा (BPSC 67th Combined Preliminary Competitive Examination) के प्रश्न पत्र परीक्षा आरंभ होने से करीब 15 मिनट पहले ही वायरल हो गये थे. आयोग ने तीन सदस्यीय जांच टीम की रिपोर्ट पर पेपर रद्द कर ( 67th BPSC Exam Cancelled ) दिया है. बता दें कि बिहार लोक सेवा आयोग के अध्यक्ष आरके महाजन ने जांच के लिए आयोग की तीन सदस्यीय टीम गठित की थी. कमेटी ने परीक्षा को रद्द कर दिया है.
इधर परीक्षा खत्म उधर पेपर रद्द : परीक्षा के दौरान ही बीपीएससी के प्रश्न पत्र लीक होने की खबरें सामने आ गईं थीं. वायरल प्रश्न की पुष्टि परीक्षा समाप्त होते ही परीक्षार्थियों ने कर दी. इसकी जानकारी सीएमओ को ई-मेल से दे दी थी. मामले को लेकर आयोग ने जांच कमेटी गठित की. कमेटी की रिपोर्ट के आधार पर आयोग ने परीक्षा को रद्द कर दिया. आयोग के संयुक्त सचिव सह परीक्षा नियंत्रक अमरेंद्र कुमार ने बताया कि विभिन्न टीवी चैनलों पर प्रश्न पत्र लीक होने की सूचना प्रसारित की गयी थी. मामले में आयोग के अध्यक्ष आरके महाजन ने जांच के लिए आयोग की तीन सदस्यीय टीम गठित (BPSC Exam Paper Leak inquiry committee constituted) की थी.
परीक्षा से पहले पेपर हुआ था वायरल: जांच दल को 24 घंटे के भीतर अपनी रिपोर्ट देने को कहा गया था. कुछ ही घंटे में जांच टीम ने रिपोर्ट सौंप भी दी. जिसकी अनुशंसा पर पेपर रद्द कर दिया गया. इससे पूर्व परीक्षा खत्म होने से पहले ही आरा में छात्रों ने पेपर लीक होने की बात कहते हुए हंगामा किया था. परीक्षा के बाद वायरल प्रश्न पत्र को सही बताते हुए अभ्यर्थियों ने इसे रद्द करने की अपील करते हुए सीबीआई जांच की मांग की. बीपीएससी की 67वीं संयुक्त प्रारंभिक प्रतियोगिता परीक्षा रविवार को राज्य के सभी जिलों के 1083 परीक्षा केंद्रों पर आयोजित हुई थी.
आयोग साइबर सेल से कराएगा जांच: बिहार लोक सेवा आयोग ने डीजीपी से अनुरोध किया है कि वायलर प्रश्न पत्रों की जांच साइबर सेल से कराई जाए. ताकि वायरल प्रश्न पत्रों के सोर्स तक पहुंचा जा सके. फिलहाल आयोग की अनुशंसा पर 67वीं संयुक्त प्रारंभिक परीक्षा को रद्द कर दिया गया है. पेपर लीक कांड से अभ्यर्थियों में आयोग के प्रति रोष देखा जा रहा है. वहीं नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव भी सरकार और आयोग पर हमलावर हो चुके हैं.
विश्वसनीय खबरों को देखने के लिए डाउनलोड करें ETV BHARAT APP