पटना: महाराष्ट्र में राजनीतिक संकट (Maharashtra Political Crisis) लगातार गहराता जा रहा है. वहां शिवसेना में जिस प्रकार से विद्रोह है, उससे सरकार पर खतरा बना हुआ है. पूरे देश की नजर इन दिनों महाराष्ट्र पर लगी हुई है. इसको लेकर नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा कि जहां भी एंटी बीजेपी गवर्नमेंट है वहां चैन से नहीं रहने देना यह कोशिश है.
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बीजेपी की मंशा है देश को हाइजैक करने की: तेजस्वी यादव ने कहा कि बीजेपी चाहती है कि हर तरीके से जहां स्टेबल गवर्नमेंट है वहां अनस्टेबल कर दिया जाए. पूरे देश को हाईजैक करके रखने की मंशा है. सरकार चलेगी तो बीजेपी की ही यह तो तानाशाही है.
"जहां भी एंटी बीजेपी गवर्नमेंट होती है उसको चैन से रहने नहीं देना चाहती है बीजेपी. हर तरीके से हर ताकत से स्टेबल गवर्नमेंट को अनस्टेबल करने में लगी रहती है. किसी भी प्रकार से हाइजैक करने की मंशा है. पूरे देश को हाइजैक करके रखना है. अगर सरकार चलेगी तो बीजेपी की नहीं तो नहीं चलेगी, यह तो तानाशाही है."- तेजस्वी यादव, नेता प्रतिपक्ष
महाराष्ट्र में राजनीतिक संकट: शिव सेना नेता और महाराष्ट्र सरकार में मंत्री एकनाथ शिंदे बगावत कर चुके हैं. साथ ही ऐसा दावा कर रहे हैं कि उनके साथ 50 से ज्यादा विधायकों का समर्थन है. पार्टी में बगावत के बीच बुधवार को महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे भी सामने आए. उन्होंने खुलकर कहा कि उन्हें कुर्सी का कोई मोह नहीं है और त्यागपत्र तैयार है. उद्धव ने कहा कि किसी विधायक ने उनका विरोध किया तो वह इस्तीफा दे देंगे. इस बीच उन्होंने मुख्यमंत्री का सरकारी आवास भी खाली कर दिया और अपने पैतृक घर मातोश्री चले गए.
12 बागी विधायकों को अयोग्य ठहराने की मांग: बता दें, सीएम उद्धव ने शिवसेना के 12 बागी विधायकों को अयोग्य ठहराने की मांग उठाई थी. वहीं, इससे पहले असम के गुवाहाटी में डेरा डाले शिवसेना के 37 बागी विधायकों ने बृहस्पतिवार को महाराष्ट्र विधानसभा के उपाध्यक्ष नरहरि जिरवाल को पत्र भेजा, जिसमें कहा गया कि एकनाथ शिंदे सदन में उनके नेता रहेंगे. हालांकि, इससे पहले दिन में नरहरि जिरवाल ने कहा था कि उन्होंने बागी विधायक एकनाथ शिंदे की जगह अजय चौधरी को सदन में शिवसेना का विधायक दल का नेता नियुक्त किये जाने को मंजूरी दे दी है.
बागी विधायक ने बढ़ायी मुसीबत: शिंदे ने बृहस्पतिवार शाम को विधानसभा उपाध्यक्ष को शिवसेना के 37 विधायकों के हस्ताक्षर वाला पत्र भेजा. शिवसेना के ये सभी बागी विधायक शिंदे के साथ गुवाहाटी के एक होटल में डेरा डाले हुए हैं. पत्र में यह भी सूचित किया गया कि सुनील प्रभु के स्थान पर शिवसेना विधायक भरत गोगावले को विधायक दल का मुख्य सचेतक नियुक्त किया गया है.
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