पटना: बिहार विधानसभा चुनाव में जीत की कुंजी को पाने से चूकी सूबे की सबसे बड़ी पार्टी आरजेडी ने समीक्षा बैठक का आयोजन किया. जिसमें तेजस्वी यादव सभी जिलाध्यक्षों और जिलों के प्रधान महासचिवों से जानने की कोशिश की कि आखिर कहां चूक हुई. बैठक में नए कृषि कानूनों और किसान आंदोलन पर भी चर्चा हुई.
इस बैठक में पार्टी के कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए तेजस्वी यादव ने बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि आप शांत मत रहिए, सभी मुद्दे को उठाते रहिए, 2021 में फिर से चुनाव हो सकते हैं. उन्होंने कहा कि इस मौजूदा सरकार से युवा और व्यापारी समेत तमाम लोग नाराज हैं.
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दरअसल, विधानसभा चुनाव के नतीजों के 41 दिन बाद आखिरकार चुनाव में हार के कारणों पर राजद की सोमवार को एक समीक्षा बैठक हुई. नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने लिखित रूप से सभी विधानसभा प्रत्याशियों से उनकी राय मांगी थी. वहीं किसान आंदोलन पर पार्टी ने आगे की रणनीति पर भी चर्चा की है. तेजस्वी यादव ने बैठक को संबोधित करते हुए सभी नेताओं से किसान से जुड़े कृषि कानून को अच्छी तरह पढ़ने और उसे समझने की अपील की है. साथ ही अपने क्षेत्र में हर मुद्दे को गंभीरता से उठाने की सलाह भी दी है.
उम्मीदवारों से मांगा फीडबैक
राष्ट्रीय जनता दल की इस बैठक में मुख्य रूप से विधानसभा चुनाव में हारने वाले उम्मीदवारों से पार्टी ने उनका पक्ष जानने की कोशिश की है. इस फीडबैक के आधार पर पार्टी विधानसभा क्षेत्रों में विशेष रणनीति के तहत काम करेगी. इसके साथ ही विधायकों से भी चुनाव के नतीजे के बारे में उनकी राय लिखित रूप से पार्टी ने मांगी है. जो राष्ट्रीय जनता दल की भविष्य की रणनीति तैयार करने में शीर्ष नेताओं के लिए एक अहम दस्तावेज और अनुभव का काम करेगा.
अपने संबोधन में तेजस्वी यादव कही ये प्रमुख बातें:-
- 23 दिसंबर को किसान दिवस के मौके पर हम किसानों के साथ संघर्ष करेंगे.
- किसानों के मुद्दे को अच्छी तरह समझ लें, अगर समझ नहीं आ रहा तो हमसे पूछिए कि किसान बिल क्या है?. इसे अच्छी तरह पढ़िए.
- नीतीश कुमार ने बिहार के किसानों को मजदूर बना दिया.
- भाजपा और जदयू छोटे दलों की बैसाखी पर चल रही है.
- रातों-रात कुछ भी हो सकता है. आप सब तैयार रहिए
- आप सब लोग मतभेद और मनभेद भुलाकर सिर्फ पार्टी के हित में ईमानदारी से काम करिए.