पटना: नागरिकता संशोधन बिल को लेकर बिहार में सियासत गर्म है, जहां सत्ताधारी जेडीयू और सहयोगी लोजपा बीजेपी का समर्थन कर रही है. वहीं, विपक्ष के तमाम दल इसके विरोध में खड़े हैं. विपक्ष के नेता इस बिल के खिलाफ सड़कों पर उतर गए हैं. नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव के नेतृत्व में आरजेडी, रालोसपा और वीआईपी के नेता धरने पर बैठे हैं. वहीं, तेजस्वी ने नीतीश कुमार को दोहरे चरित्र वाला नेता बताया है.
गांधी मैदान में धरने पर बैठे तेजस्वी यादव ने ईटीवी भारत से एक्सक्लूसिव बातचीत की. इस दौरान केंद्र की बीजेपी सरकार पर जमकर बरसे. वहीं, बिहार के सीएम नीतीश कुमार को इस बिल का समर्थन करने पर आड़े हाथों लिया. तेजस्वी यादव ने कहा नागरिकता संशोधन बिल देश को तोड़ने वाला है. ऐसे में इसे बचाना हमारा कर्तव्य है. नेता प्रतिपक्ष ने इस बिल को मानवता के खिलाफ बताया है. उन्होंने कहा कि बीजेपी इस बिल के जरिए देश और संविधान को खत्म करना चाहती है.
'विरोध के बाद बीजेपी के साथ हो गए नीतीश'
नागरिक संशोधन बिल पर जेडीयू के समर्थन करने पर तेजस्वी ने कहा कि नीतीश कुमार का दोहरा चरित्र सबके सामने आ गया है. नेता प्रतिपक्ष के मुताबिक नीतीश कुमार एक-एक कर अपने कमिटमेंट से पीछे हट गए. आर्टिकल 370, तीन तलाक, एनआरसी सहित कई विवादित मुद्दों पर आखिरकार बीजेपी का समर्थन किया है. तेजस्वी ने दावा किया कि नीतीश कुमार सिर्फ कुर्सी के लिए बीजेपी से समझौता कर लिए. उन्होंने कहा कि खुद को कर्पूरी ठाकुर और महात्मा गांधी के चेले होने की बात कहने वाले नीतीश के कारनामे को देख महापुरुषों की आत्मा रो रही होगी.
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विरोध करने वाले छोड़ें नीतीश का साथ- तेजस्वी
जेडीयू में बिल के विरोध करने वाले नेताओं पर भी तेजस्वी ने सवाल उठाया. उन्होंने कहा कि उन सब को नीतीश कुमार को इन मुद्दों पर पहले से ही विरोध जताना चाहिए था. उन्होंने कहा कि अगर सच में इस का विरोध कर रहे हैं तो नेताओं को इस्तीफा देना चाहिए. बता दें कि जेडीयू के सीएबी बिल पर प्रशांत किशोर, पवन वर्मा के अलावा विधान पार्षद गुलाम रसूल बलियावी खुलकर विरोध में उतर गए हैं.