पटनाः सरकारी नौकरियों और प्रमोशन में आरक्षण पर सुप्रीम कोर्ट के निर्णय पर बिहार में बयानबाजी तेज होती जा रही है. बिहार विधानसभा चुनाव 2020 से पहले आरक्षण का मुद्दा फिर से गरमा रहा है. नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव सीएम नीतीश पर न सिर्फ हमला कर रहे हैं बल्कि बीजेपी और आरएएस के सामने आत्मसमर्पण करने और आरक्षण पर चुप्पी साधने का आरोप लगा रहे हैं.
नेता प्रतिपक्ष ने आरक्षण पर सीएम की चुप्पी पर सवाल किया है. उन्होंने कहा,' नीतीश कुमार जी ने पूरी तरह से आरएसएस-भाजपा के सामने आत्मसमर्पण कर दिया है. उन्होंने तब सीएए / एनपीआर/एनआरसी पर केंद्र समर्थन देने के बावजूद बात भी नहीं की थी और अब आरक्षण नीति के खत्म करने पर भी घातक रूप से चुप है.'
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Nitish Kumar ji has completely surrendered himself to RSS-BJP. He didn’t speak on CAA/NPR/NRC then & is deadly silent on tweaking of reservation policy now.
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He is the only leader having no principle & ideology but a single objective. He is exhausted, tedious & visionless now.
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— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) February 13, 2020
He is the only leader having no principle & ideology but a single objective. He is exhausted, tedious & visionless now.
आगे आरजेडी नेता ने कहा, वे एकमात्र ऐसे नेता हैं जिनके पास कोई सिद्धांत और विचारधारा नहीं है लेकिन केवल एक ही उद्देश्य है. वो अब थक कर लक्ष्यहीन और अदूरदर्शी हो चुके है. 60 फीसदी युवा आबादी वाले राज्य में विकास और नए विकसित बिहार का कोई लक्ष्य, सपना और रोडमैप नहीं है.
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आगे तेजस्वी ने सवाल खड़ा करते हुए कहा है कि आखिर कब तक हम पिछड़ा और गरीब राज्य रहेंगे? अब तो केंद्र और राज्य दोनों जगह एक ही गठबंधन की सरकारें है? 15 वर्ष शासन करने के बाद भी ये लोग क्यों नहीं बताते कि बिहार को कैसे आगे बढ़ायेंगे?