पटनाः लालू प्रसाद यादव के छोटे बेटे और बिहार में विरोधी दल के नेता तेजस्वी यादव ने शादी कर (Tejashwi Yadav Married With Rajshree Yadav) ली है. दिल्ली में शादी करने के बाद वे सोमवार की शाम पटना पहुंचे, जहां उनके चाहने वालों ने जोरदार स्वागत किया. पटना आने के बाद गुपचुप तरीके से शादी से लेकर पत्नी के नाम और रिसेप्शन पर तेजस्वी ने (Tejashwi yadav Said On His Marriage) अपना बयान दिया.
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गुपचुप तरीके और सिंपल शादी करने को लेकर तेजस्वी यादव ने एक निजी चैनल से बात करते हुए कहा कि ये कोई छुप-छुपा के नहीं है. बकायदा दोनों परिवारों की सहमति और आशीर्वाद से यह शादी संपन्न हुई है. पहले से ही हमने तय किया था कि बिहार आकर लोगों को रिसेप्शन दिया जाएगा. समय कम था, क्योंकि खरमास आने वाला था. इतना जल्द निर्णय लिया कि तैयारी करने का मौका नहीं मिल सका. तो हमलोगों न सोचा कि अभी केवल परिवार के ही लोगों को ही न्योता दिया जाएगा.
राजश्री, आप भी यही चाहती थीं कि परिवार के लोग ही शामिल हों...
बिल्कुल, हमेशा से यही चाहती थी कि परिवार के लोग अपने लोग साथ में रहें और आशीर्वाद दें.
आप विधानसभा में विपक्ष के नेता हैं... किसी को बुलाया नहीं?
कोरोना के नए वैरिएंट से लेकर अन्य कारण भी है. समय भी कम था. अगर सबलोगों को बुलाया जाता तो दिल्ली में कौन सी ऐसी जगह है, जहां सभी लोग फिट हो पाते? तो हमलोगों ने सोचा है कि अभी परिवार के बीच ही शादी किया जाए, बाकी रिसेप्शन सबलोगों के साथ किया जाएगा.
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कानों-कान किसी को खबर नहीं हुई?
शादी होगी तो बाद में पता चलेगा ही. हम इसको थोड़े ने छिपा के रखेंगे. जाहिर सी बात है कि शादी को सिक्रेट रखा जाए, बाद में लोगों को पता चल जाए. आपलोगों ने देखा होगा कि तेजप्रताप यादव जी का मंच टूटा था. काफी भीड़ हुई थी. परिवार के लोगों की राय थी कि दोनों परिवार को समझने के लिए थोड़ा स्पेस दिया जाए. और अगर राष्ट्रपति जी, प्रधानमंत्री जी और मुख्यमंत्री जी को बुलाया जाता तो लोग उनके होस्ट में ही लगे रहते. इससे परिवार को आपस में बैठ कर बात करने का मौका नहीं मिलता.
राजश्री आप दोनों एक-दूसरे को पहले से जानते हैं. तेजस्वी क्रिकेटर के तौर पर ठीक हैं या एक नेता के तौर पर. एक राजनेता के साथ शादी कर कैसा लग रहा है. इसके जवाब में उन्होंने कहा कि सब ठीक लग रहा है.
तेजस्वी आप कब से इनको जान रहे हैं. कहा जा रहा है कि स्कूल टाइम से दोनों को जानते हैं.
हां, लंबे समय से हमारी दोस्ती थी. पिताजी ने पूछा कि शादी करना है, कोई लड़की है तो बताओ, तो हमने बताया. लालू जी को हिंट तो था ही. बिहार का चुनाव और कोरोना को लेकर भी देर हुई. पिता जी भी रांची में थे. समय का इंतजार था, अब जब समय मिला तो सबकुछ हो गया.
लालू जी और राबड़ी जी ने क्या कहा...
पापा-मम्मी की यही राय थी कि जहां बच्चे खुश रहें. क्योंकि माता-पिता की कामना यही रहती है कि बच्चे खुश रहें. अब तो नए जमाने में ये सारी चीजें काफी पीछें छूट गई हैं. हम तो समाजवादी नेता हैं. लोहिया जी ने भी कहा था कि अगर किसी के कमिटमेंट हो गया है तो उसे पूरा कीजिए.
राजश्री जी...लालू जी और राबड़ी जी से मिलकर आपको कैसा लगेगा. मुलाकात कैसी रही?
मिलकर काफी अच्छा लगा. शादी से पहले दो-तीन बार मिले थे. लालू जी बहुत अच्छे हैं. बहुत डाउन टू अर्थ हैं.
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तेजस्वी आप क्रिकेटर थे. इन्होंने (राजश्री) जब आपको क्रिकेटर के तौर पर चुना था या नेता के तौर पर
कोई क्रिकेटर और राजनेता देखकर ये बात नहीं हुई थी. लेकिन लाइफ काफी चैलेंजिंग काफी थी. हमेशा इनका सपोर्ट रहा था.
आपने उस वक्त सोचा था कि तेजस्वी लालू प्रसाद के बेटे हैं. क्रिकेटर या राजनेता...
बस जो भी इन्होंने चुना, उसमें सपोर्ट था मेरा. मैं इनको बहुत उपर देखती हूं. ये बहुत यूथ लीडर हैं. बहुत ही इंटेलेक्चुअल स्मार्ट हैं. हमारा पूरा समर्थन रहा है. राजश्री को राजनीति में भी लाने के बारे में कोई विचार है. क्योंकि आपकी मां राबड़ी देवी भी मुख्यमंत्री रही हैं. इसके जवाब में तेजस्वी यादव ने कहा कि ऐसा कुछ नहीं है.
मामा साधु यादव के गुस्से के सवाल पर तेजस्वी ने कहा कि देखिए वो बड़े हैं... उनका सम्मान है. इसपर कोई टिप्पणी करने की जरुरत नहीं है. अब तो शादी हो गई है. हमें बेरोजगारी, महंगाई जैसी समस्याओं को तवज्जो देनी चाहिए.
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