पटना: अगस्त क्रांति के मौके पर राष्ट्रीय जनता दल ने सदस्यता अभियान की शुरूआत की. इस अभियान को लेकर पार्टी ने भव्य तैयारी की. वहीं, पार्टी नेताओं का दावा था कि कैंपेन के शुभारंभ में तेजस्वी यादव आएंगे और राज्य स्तरीय सदस्यता अभियान की शुरूआत करेंगे. लेकिन पार्टी नेताओं का ये दावा एक बार फिर झूठा साबित हो गया. तेजस्वी यादव कार्यक्रम में शामिल नहीं हुए. वहीं, उनकी अनुपस्थिति को लेकर पार्टी नेताओं में नाराजगी देखने को मिली.
राजद ने 9 अगस्त को सदस्यता अभियान का शुभारंभ किया. पटना सहित राज्य के सभी जिलों में एक साथ सदस्यता अभियान की शुरुआत की गई. पटना में इस अभियान की शुरुआत पार्टी सुप्रीमो लालू यादव के छोटे बेटे तेजस्वी यादव करने वाले थे. लेकिन वह इस कार्यक्रम में नहीं पहुंचे. उनकी अनुपस्थिति में कार्यक्रम का शुभारंभ रामचंद्र पूर्वे और शिवानंद तिवारी समेत तमाम पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने किया. इस दौरान तेजस्वी क्यों नहीं आए, इसे लेकर लगातार सवाल उठते रहे.
राबड़ी, तेज और कई बड़े दिग्गज रहे गैरमौजूद
पार्टी के नेता और कार्यकर्ता, जो तेजस्वी के आने की उम्मीद लगाए बैठे थे, उनके चेहरे पर मायूसी साफ झलक रही थी. सवाल पूछने पर पार्टी के वरिष्ठ नेता भी भड़के हुए नजर आए. उनकी नाराजगी साफ झलक रही थी, कि आखिर फिर पार्टी के एक प्रमुख कार्यक्रम में उनके बड़े नेता और बिहार विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव क्यों नहीं आए. सिर्फ तेजस्वी ही नहीं, इस कार्यक्रम में न तो राबड़ी देवी आईं और न ही तेज प्रताप यादव. यानी पूरा लालू परिवार इस कार्यक्रम से दूर रहा. इनके अलावा शरद यादव और रघुवंश प्रसाद सिंह भी कार्यक्रम में नजर नहीं आए.
एक करोड़ सदस्य बनाने का लक्ष्य
राजद ने सदस्यता अभियान की शुरूआत करते हुए एक करोड़ सदस्य बनाने का लक्ष्य रखा है. पार्टी ने इस बार नया रुख अपनाते हुए हर जाति को पार्टी से जोड़ने की कवायद शुरू की है. इसके लिए सदस्यता फॉर्म में जाति अंकित की जाएगी. मुस्लिम और यादव की पार्टी समझी जाने वाली राजद इस बार तमाम जातियों पर ध्यान देगी. पार्टी का विशेष जोर इस बात पर है कि ज्यादा से ज्यादा अन्य जातियों के लोगों को पार्टी से और संगठन से जोड़ा जाए. पार्टी ने फॉर्म शुल्क 5 रुपये रखा है. इसे ऑनलाइन जमा कर पार्टी की सदस्यता ली जा सकती है.