पटना: आरजेडी अध्यक्ष लालू प्रसाद के जन्मदिन पर लालू के छोटे बेटे तेजस्वी रांची में अपने पिता से मिलने पहुंचे. रांची से ही उन्होंने बिहार के लोगों के नाम एक पत्र लिखा है जिसमें उन्होंने लालू प्रसाद को सिद्धांतों से समझौता नहीं करने वाला बताया.
तेजस्वी ने बिहार के लोगों को लिखे अपने पत्र में भावुक होते हुए लिखा, 'आज पिता जी से उनके अवतरण दिवस पर मिलने रांची आया हूं. उनके जन्मदिवस पर अलग-अलग तरह के भाव मन में आ रहे हैं. मन थोड़ा व्यथित है कि वो हमसे दूर अकेले संघर्ष कर रहे हैं, और थोड़ा सशक्त भी क्यूंकि उनका जन्मदिन मुझे और अधिक प्रेरणा देता है. उनकी तरह ही मुखरता से गरीब, गुरबों, शोषित, पीड़ित, उपेक्षित और वंचितों की लड़ाई बिना सिद्धांतों से समझौता किए लड़ूं.'
'कभी नहीं किया सिद्धांतों से समझौता'
अपने पत्र में तेजस्वी ने आगे लिखा, 'अपने पिता के जीवन की यात्रा पर जब भी नजर डालता हूं, ऐसा लगता है क्या अद्भुत और विरला जज्बा लिए हैं. आदरणीय लालू जी, ऊंच-नीच के विरुद्ध लड़ाई लड़े, बिहार की तमाम सामाजिक विसंगतियों को खत्म किया़, गरीब के हक का झंडा बुलंद किया और चाहे कितनी भी विषम परिस्थिति आई, कभी घुटने नहीं टेके, कभी अपने सिद्धांतों से समझौता नहीं किया.'
'दुष्प्रचार भी नहीं तोड़ पाया लालू प्रसाद का हौसला'
उन्होंने पत्र में आगे लिखा है कि विषम हालात अच्छे-अच्छों को तोड़ देते हैं, लेकिन ये अनुकरणीय है कि विषम हालात, अनगिनत षड़यंत्र और लगातार दुष्प्रचार भी लालू प्रसाद के हौसले को तोड़ नहीं पाया.
'हर हालत में दिला कर रहूंगा न्याय'
पत्र में आगे लिखा, 'वे लड़ रहे हैं आज भी, बिना थके, बिना झुके और मुझे गर्व है कि बिहार के लोगों के हक के लिए उनकी इस लड़ाई में मैं भी भागी बना हूं, इसलिए आज उनके जन्मदिन पर यह प्रण लेता हूं कि बिहार के युवाओं और गरीबों को हर हालत में न्याय दिला कर रहूंगा.'
'बहुत ठीकरा फोड़ लिया'
उन्होंने कहा कि नीतीश सरकार ने 15 साल राज करते-करते बहुत ठीकरा फोड़ लिया दूसरों पर अब और नहीं होने दूंगा. भुखमरी, अपराध, अव्यवस्था, अन्याय से अब जान नहीं खोने दूंगा.
'अब नहीं रुकेंगे'
तेजस्वी ने लोगों को विश्वास दिलाते हुए पत्र में आगे लिखा, 'लालू जी की प्रेरणा से जो कदम बिहार की सेवा के लिए चल पड़े हैं, वो कदम रुकेंगे नहीं, कभी थकेंगे नहीं.'