पटना: नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ( Tejashwi Yadav ) गुरुवार को बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ( CM Nitish Kumar ) जमकर तीखा हमला बोला. उन्होंने कहा कि बिहार में नल-जल योजना ( Nal-Jal Yojna ) नहीं 'नल-धन' योजना चल रहा है. जमकर लूट हो रही है और सरकार जानते हुए भी चुपचाप देख रही है.
दरअसल, बिहार के डिप्टी सीएम तारकिशोर प्रसाद ( Deputy CM Tarkishore Prasad ) की बहू, साले और दामाद को सरकारी नल-जल योजना का 58 करोड़ का ठेका दिये जाने का मामला सामने आने के बाद तेजस्वी यादव सरकार पर लगातार हमला बोल रहे हैं. बुधवार को भी उन्होंने डिप्टी सीएम के बहाने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार निशाना साधा था और कहा था कि वे भ्रष्टाचार के इस खेल के और तथ्यों को सबसे सामने रखेंगे और सरकार को बेनकाब करेंगे.
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गुरुवार को आरजेडी नेता ने 10 सर्कुलर रोड स्थित आवास पर पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि अगस्त 2020 में ही इस घोटाले को पर्दाफाश किया गया था, लेकिन जांच नहीं की गई. तेजस्वी ने दावा किया इस घाटाले का पर्दाफास राम प्रकाश महतो ने की थी. फरवरी 2021 में राम प्रकाश महतो ने सीएम नीतीश को इस संबंध में पत्र भी लिखा था, इसके बावजूद सीएम नीतीश ने इस मामले को लेकर संज्ञान नहीं लिया.
तेजस्वी ने डिप्टी सीएम तारकिशोर प्रसाद के बहाने सीएम नीतीश पर तीखा हमला बोला. तेजस्वी ने सवाल उठाया किया कि आज तक इस मामले में कार्रवाई क्यों नहीं की गई. सीएम नीतीश से उन्होंने पूछा कि वे 50 पंचायतों का नाम ही बता दें जहां नल जल योजना ढंग से काम कर रहा हो.
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तेजस्वी ने सीएम नीतीश पर आरोप लगाते हुए कहा कि वे भ्रष्टाचार को बढ़ावा दे रहे हैं. तेजस्वी ने कहा कि यह मामला बहुत ही गंभीर मामला है. नीतीश कुमार की आत्मा बंगाल की खाड़ी में डूब गयी है. उन्होंने कहा कि जब बीजेपी के विधायक ने कहा था कि बीजेपी के मंत्री बिना पैसे लेकर ट्रासफर पोस्टिंग नहीं करते हैं तब उन्होंने एक्शन क्यों नहीं लिया?
तेजस्वी ने आरोप लगाया कि नीतीश कुमार उस वक्त भी चुप रहें और आज भी चुप्पी साध रखे हैं. इससे यह पता चलता है कि वे कमजोर हैं और डरे हुए हैं. आगे तेजस्वी ने कहा कि मुख्यमंत्री पूरी तरीके से थक चुके है उनकी दिलचस्पी बिहार के कल्याण में नहीं, सिर्फ कुर्सी को बचाने में हैं.
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तेजस्वी ने नीतीश से पूछा कि उपमुख्यमंत्री के रिश्तेदारों को नल-जल योजना का काम क्यों दिया गया? इस दौरान नेता प्रतिपक्ष ने पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी पर भी जमकर हमला बोला. बता दें कि पीएचईडी विभाग बीजेपी के पास है.
तेजस्वी ने कहा कि बिजनेस करना गुनाह नहीं है लेकिन इन लोगों का बिजनेस ही भ्रष्टाचार करना है. प्रोटोकॉल को तोड़ा गया यह बिजनेस नहीं भ्रष्टाचार है. तेजस्वी ने कहा कि उन्हें इस योजना का ठेका दिया गया जबकि नियमावली यह है कि अनुभवी व्यक्ति को ही इसका ठेका दिया जाना है.
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तेजस्वी ने दावा किया कि उनके पास इस काम का कोई अनुभव नहीं है उन्हें यह ठेका दे दिया गया. तारकिशोर प्रसाद के दामाद, पुत्र वधु और साले को यह ठेका दिया गया है. वहीं, राम प्रकाश महतो ने कहा कि हमलोग जो आरोप लगा रहे हैं, उस मामले की नीतीश कुमार एक बार जांच करा लें, दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा.
तेजस्वी ने कहा कि पूरी देश और दुनियां को इनकी चाल और चरित्र के बारे में पता है. अगर यही काम गैर बीजेपी और गैर जेडीयू की सरकार करती तो अब तक तो ईडी और सीबीआई पहुंच गयी होती लेकिन सब जानते हुए भी सब चुप हैं.