पटना : बिहार शिक्षा विभाग ने जब से सरकारी स्कूलों की छुट्टियां रद्द की है. प्रदेश के शिक्षक काफी आक्रोशित हैं और इसी को लेकर रविवार को पटना के यूथ हॉस्टल में शिक्षक संगठनों की आपात बैठक बुलाई गई. इस बैठक में 15 शिक्षक संगठन शामिल हुए और सरकार के खिलाफ आंदोलन की रणनीति तैयार की गई. बैठक समाप्त होने के बाद ऐलान किया गया कि 5 सितंबर को शिक्षक दिवस के दिन प्रतिरोध दिवस मनाया जाएगा और शिक्षक काला बिल्ला लगाकर विरोध प्रदर्शन करेंगे.
शिक्षक संगठनों ने की आपात बैठक : शिक्षक संघ बिहार के अध्यक्ष केशव कुमार ने कहा कि बैठक में लगभग 15 शिक्षक संगठन के प्रमुख शामिल हुए हैं और कई संगठनों ने फोन पर बातचीत कर अपनी सहमति जताई है. उन्होंने कहा कि सरकार अभी जिस प्रकार से लगातार निर्देश जारी कर रही है, यह शिक्षकों से बदले की भावना से प्रेरित नजर आ रहा है. सरकार शिक्षकों को राज्य कर्मी का दर्जा नहीं दे रही और प्रदर्शन में शामिल शिक्षकों के ऊपर जो कार्रवाई हुई है, उनका निलंबन अब तक वापस नहीं लिया गया है.
"आगामी 5 सितंबर को शिक्षक दिवस के मौके पर प्रदेश के सभी शिक्षक प्रतिरोध दिवस मनाएंगे और विद्यालय में हाथों में काला पट्टी बांधकर शैक्षणिक कार्य करेंगे. इस दौरान शिक्षक बच्चों को भी बताएंगे कि सरकार अपनी नीतियों से कैसे गरीब बच्चों को शिक्षा से दूर करने का प्रयास कर रही है. इसके बाद 9 सितंबर को प्रदेश के 534 प्रखंड मुख्यालयों में शिक्षक प्रदेश के मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री का पुतला दहन करेंगे".- केशव कुमार, अध्यक्ष, शिक्षक संघ बिहार
'स्कूल कार्य दिवस की सूची जारी करे सरकार': केशव कुमार ने कहा कि सरकार ने छुट्टियों को रद्द करने के पीछे जो तर्क दिया है 220 दिन विद्यालयों के संचालन का तो अभी के समय 253 दिन विद्यालयों का संचालन हो रहा है. उन्होंने कहा कि वह चाहते हैं कि सरकार छुट्टियों की सूची ना जारी कर कार्य दिवस की सूची जारी कर दे कि वह कौन से 200 दिन होंगे प्रारंभिक स्कूलों के लिए और 220 दिन माध्यमिक के लिए जिस दिन विद्यालयों का संचालन किया जाएगा.
"हिंदू पर्व त्योहार की छुट्टियां रद्द करने से हिंदू धर्म में आस्था रखने वाले शिक्षक आक्रोशित हैं. अगर केके पाठक हिंदू है तो उन्हें हिंदू धर्म के बारे में सही जानकारी नहीं है. शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव हैं, लेकिन उन्हें बिहार शिक्षक नियमावली की जानकारी नहीं है ना ही वह नई शिक्षा नीति को पढ़े हैं.केके पाठक का आदेश ना सिर्फ शिक्षकों को प्रताड़ित करने वाला है बल्कि छात्रों का भी इस आदेश से शोषण हो रहा है".- राजू सिंह, संयोजक, बिहार टीईटी प्रारंभिक शिक्षक संघ
संदीप सौरभ शिक्षक आंदोलन से बाहर : राजू सिंह ने कहा कि शिक्षक संगठनों ने शिक्षक आंदोलन से वाम विधायक संदीप सौरभ को बाहर कर दिया है, क्योंकि उन्होंने शिक्षक आंदोलन को हाईजैक करके आंदोलन को कमजोर करने की कोशिश की है. बिहार में अब तक जितने भी शिक्षक का आंदोलन हुए हैं उसमें जनप्रतिनिधियों के शरीक होने पर आंदोलन का निष्कर्ष भी निकला है और आंदोलनकारियों पर हुई कार्रवाई भी वापस हुई है. लेकिन संदीप सौरभ ने अपने शिक्षक संघर्ष मोर्चा के बैनर तले निलंबित शिक्षकों के कार्रवाई को रद्द करने के लिए कोई पहल नहीं की है.