पटना: बिहार के स्कूलों में छुट्टियां कम कर दी गई. छुट्टियां कम करने का शिक्षकों ने विरोध किया है. यह फैसला माध्यमिक शिक्षा निदेशक ने लिया है. शिक्षक संघ का कहना है कि शिक्षा के अधिकार अधिनियम के तहत प्रारंभिक विद्यालयों का साल में 200 दिन और माध्यमिक और उच्च माध्यमिक विद्यालय का 220 दिन चलना जरूरी है. वर्तमान में 253 दिन विद्यालयों का संचालन हो रहा है. इसके बावजूद सरकारी विद्यालयों की छुट्टियां कम कर सरकार शिक्षकों को मानसिक रूप से प्रताड़ित करने का काम कर रही है.
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सरकारी कार्यालय की तरह नहीं चल सकता विद्यालय : शिक्षक संघ का कहना है कि सरकार एक ही ढर्रे पर सरकारी कार्यालय और सरकारी विद्यालय को नहीं चला सकती. क्योंकि कार्यालय और विद्यालय दोनों अलग-अलग होते हैं. बिहार पंचायत नगर प्रारंभिक शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष प्रमोद कुमार यादव ने कहा कि वह प्रदेश के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव का ध्यान आकृष्ट कराना चाहेंगे कि आज के परिदृश्य में शिक्षकों के साथ जो दुर्व्यवहार किया जा रहा है वह बर्दाश्त करने योग्य नहीं है.
"सरकार से अपील करते हैं कि एक सप्ताह के अंदर हिंदुओं के महान पर्व की छुट्टियों को जो रद्द किया गया है. उसे पुनः बहाल किया जाए. रक्षाबंधन, विश्वकर्मा पूजा, दशहरा पूजा और दीपावली की छुट्टियां कम कर दी गई हैं. इससे बिहार के शिक्षकों में काफी आक्रोश है. इस फैसले से शिक्षक मानसिक रूप से प्रताड़ित महसूस कर रहे हैं".- प्रमोद कुमार यादव, प्रदेश अध्यक्ष, बिहार पंचायत नगर प्रारंभिक शिक्षक संघ
फैसला वापस नहीं हुआ तो होगी तालाबंदी : प्रमोद कुमार यादव ने कहा कि एक सप्ताह के अंदर बिहार सरकार शिक्षा विभाग के फैसले को रद्द करते हुए छुट्टियों को पुनः बहाल नहीं करती है तो बिहार के तमाम शिक्षक संगठनों के माध्यम से सभी शिक्षक चट्टानी एकता के माध्यम से विद्यालयों में तालाबंदी करेंगे और सारी जवाब दे ही सरकार की होगी. टीईटी प्रारंभिक शिक्षक संघ के प्रदेश संयोजक राजू सिंह ने कहा कि माध्यमिक शिक्षा निदेशक की ओर से हिंदू पर्व त्योहार की छुट्टियों को कटौती करने का निर्देश जारी किया गया है और वह इसकी घोर निंदा करते हैं.
"जो हवाला दिया जा रहा है कि 220 दिन विद्यालयों का संचालन किया जाना है, तो अभी के समय 253 दिन विद्यालयों का संचालन हो रहा है. जिस प्रकार हिंदुओं के प्रमुख आस्था के पर्व छठ, दीपावली और दशहरा के दौरान छुट्टियों में कटौती की गई है. इससे हिंदू धर्म में आस्था रखने वाले शिक्षक आक्रोशित हैं."- राजू सिंह, प्रदेश संयोजक, टीईटी प्रारंभिक शिक्षक संघ
छठ में सिर्फ दो दिन की छुट्टी : राजू सिंह ने कहा कि नीतीश कुमार जो महिलाओं के हितैषी होने का दावा करते हैं और 50% आरक्षण की बात करते हैं. उनकी ही सरकार में महिलाओं के प्रमुख व्रत रक्षाबंधन, हरतालिका तीज, जिउतिया, भाई दूज जैसे पर्व त्यौहार की छुट्टियां रद्द कर दी गई है. छठ में सिर्फ दो दिन की छुट्टी दी जा रही है. इससे शिक्षकों में काफी नाराजगी है. सरकार का यह फैसला बिहार शिक्षा अधिकारी अधिनियम और शिक्षा के अधिकार कानून का भी उल्लंघन है.
29 घंटे ही कक्षा का संचालन हो : राजू सिंह ने कहा कि नई शिक्षा नीति के तहत विद्यालयों में सिर्फ 29 घंटे ही एक सप्ताह में कक्षा का संचालन करना है, लेकिन इस प्रकार के फैसले से पढ़ाई को बोझिल बनाने का काम किया जा रहा है. सरकार की ऐसे तानाशाही फैसले के खिलाफ उनका संघ तमाम शिक्षक संघों की एक आपात बैठक करेगा और इस सरकार के खिलाफ आर पार की लड़ाई का बिगुल फुगेगा. सभी शिक्षक संगठनों से उनकी बातचीत चल रही है और सभी सरकार की फैसले से काफी क्षुब्ध हैं.