पटना: राजधानी पटना के शास्त्रीनगर थाना अंर्तगत रवि चौक इलाके से दो दिन पहले केमिस्ट्री टीचर अंकित कुमार (24) के किडनैपर्स (Teacher Kidnapping Case In Patna ) का अब तक सुराग नहीं मिला है. वहीं अंकित की स्कूटी भी अब तक नहीं मिली है. बता दें कि बीते शनिवार को करीब एक बजे रवि चौक इलाके के मकान से अंकित को छुड़ाया गया था. उक्त मकान अमन कुमार सिंह का है. पुलिस को शक है कि केमिस्ट्री टीचर ने अपने अपहरण की साजिश रची. पुलिस के शक को मजबूती दे रहे हैं उसके गले में पड़े एक लाख के गहने.
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गौर करने वाली बात है कि जब अंकित को बरामद किया गया तो उसके गले में सोने की चेन, लॉकेट, अंगूठी, घड़ी सहित एक लाख रुपये की संपत्ति सुरक्षित मिली. छह लाख रुपये के लिए अगवा करने वाले बदमाश सौदे की रकम तय करते हुए दो लाख पर पहुंच गए तो फिर एक लाख के जेवर क्यों छोड़ दिए? उसके पिता के पास जमीन-जायदाद भी अधिक नहीं है. ऐसे में अंकित के अपहरण की कहानी पुलिस को पच नहीं रही है.
इस मामले में चल रही छानबीन पर मकान मालिक ने अपने बयान में बताया कि वे पहली मंजिल पर अकेले रहते हैं. जिस फ्लैट के बाथरूम से अंतिक को बरामद किया गया, उसे उन्होंने एक फरवरी को चार लड़कों को किराए पर दिया था. पास के मकान में तैनात एक गार्ड ने बीते शनिवार आधी रात को बचाओ-बचाओ की आवाज सुनी. इसके बाद गार्ड ने आसपास के पड़ोसियों को इसकी जानकारी दी. जब पड़ोसियों ने मकान के पिछले हिस्से से बाथरूम के रोशनदान से झांका तो पाया कि अंकित बंधक हालात में वहां कैद है.
पड़ोसियों ने इसके बाद पाटलिपुत्र पुलिस को मामले की सूचना दी. मौक पर पहुंची पुलिस ने बाउंड्री पार कर मकान में दाखिल हुई. फ्लैट के मेन गेट पर बड़ा ताला लगा था. उसने तोड़ने का प्रयास किया गया, मगर सफल नहीं होने पर पुलिस ने ताले को काट दिया और अंकित को मुक्त कराया. उसके हाथ रस्सी से बंधे थे और मुंह पर लगा टेप ठुड्डी पर आ गया था.
अंकित ने पुलिस को दिए अपने बयान में बताया कि वह रवि चौक के पास एक कोचिंग में केमिस्ट्री पढ़ाता है. कुछ दिन से दो छात्र कोचिंग पढ़ाने के लिए उसे लगातार कॉल कर रहे थे. बीते शुक्रवार की रात कोचिंग से आधा किलोमीटर दूर बताए गए पते पर वह स्कूटी से पहुंचा. मगर फ्लैट में घुसते ही दो लड़के उसके साथ मारपीट करने लगे और हाथ-मुंह बांध कर बाथरूम में बंद कर दिया. साथ ही उसकी जेब से स्कूटी की चाबी और मोबाइल निकाल लिया.
अंकित के मोबाइल से बीते शनिवार की सुबह उसके पिता अरुण कुमार को छह लाख की फिरौती के लिए कॉल की गई थी. पुलिस को शक है कि अंकित ने खुद के अपहरण का स्वांग रचा है. वह 2012 में पिता से रुपये ऐंठने के लिए ऐसी हरकत कर चुका है. तभी 50 हजार की फिरौती मांगी गई थी और पिता से सात हजार रुपये ठग लिए थे. इस संबंध में पाटलिपुत्र थाने में गुमशुदगी की शिकायत की गई थी.
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