पटना: पूर्व उपमुख्यमंत्री एवं राज्यसभा सदस्य सुशील कुमार मोदी ने विपक्ष पार्टियों पर जमकर हमला किया है. उन्होंने कहा कि अडाणी मुद्दे पर जेपीसी की मांग से शरद पवार का स्वयं को अलग करना विपक्ष के लिए आइना दिखाने वाला है. ममता बनर्जी भी कांग्रेस की इस तर्कहीन मांग के पक्ष में नहीं थीं. केवल प्रधानमंत्री को बदनाम करने के लिए राफेल, अडाणी, ईडी को मुद्दा बनाया गया. उन्होंने कहा कि जिस मांग के चलते संसद के बजट सत्र का कीमती समय और जनता के पैसे की बर्बादी हुई. उसके लिए अब विपक्ष को माफी मांगनी चाहिए.
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माफी मांगे विपक्ष : पूर्व उपमुख्यमंत्री एवं राज्यसभा सदस्य सुशील कुमार मोदी ने कहा कि विपक्ष के पास कोई मुद्दा नहीं है. विपक्ष बेवजह केवल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बदनाम करने के लिए कभी राफेल सौदा, कभी अडाणी, तो कभी ईडी की कार्रवाई को गैरजिम्मेदाराना तरीके से उछालते हैं. उन्होंने कहा कि राफेल मामले में सरकार को क्लीन चिट मिली और इसी मुद्दे पर चौकीदार चोर है वाले बयान के कारण राहुल गांधी को अदालत में माफी मांगनी पड़ी.
अडाणी समूह के शेयर की जांच कोर्ट कर रही है: उन्होंने कहा कि अडाणी समूह के शेयर को लेकर एक विदेशी रिपोर्ट में जो सवाल उठाये गए, उसकी जांच जब सुप्रीम कोर्ट करा रही है. सेबी भी इसकी पड़ताल कर रही है. तब कांग्रेस की गोद में बैठी पार्टियां इसी मुद्दे पर जेपीसी की मांग क्यों कर रही हैं? क्या विपक्ष को सुप्रीम कोर्ट पर भरोसा नहीं है? उन्होंने कहा कि ईडी और सीबीआई के कथित दुरुपयोग के विरुद्ध 14 दलों की याचिकाएं खारिज कर सुप्रीम कोर्ट ने विपक्ष के इस मुद्दे की भी हवा निकाल दी.
"अडाणी मुद्दे पर जेपीसी की मांग से शरद पवार का स्वयं को अलग करना विपक्ष को आइना दिखाने वाला है. कांग्रेस की गोद में बैठी पार्टियां जेपीसी की मांग क्यों कर रही हैं. केवल प्रधानमंत्री को बदनाम करने के लिए राफेल, अडाणी, ईडी को मुद्दा बनाया गया. उसके लिए अब विपक्ष को माफी मांगनी चाहिए." - सुशील कुमार मोदी, पूर्व उपमुख्यमंत्री व राज्यसभा सदस्य