पटना: महागठबंधन की सरकार में मंत्री बनने के बाद से लगातार विवादों में चल रहे बिहार सरकार के मंत्री कार्तिकेय कुमार उर्फ कार्तिक सिंह ने मंत्रिमंडल से इस्तीफा दे ( Kartikeya Kumar Resignation ) दिया है. इस पर कटाक्ष करते हुए बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी ने कहा कि उनको देर रात इस्तीफा देना पड़ा. बिहार के सीएम नीतीश कुमार ( Sushil Modi On CM Nitish Kumar ) बहुत कमजोर हो गए हैं. 20 दिन तक सरकार की फजीहत होती रही. नीतीश कुमार पहले ओवर में ही क्लीन बोल्ड हो गए.
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बोले सुशील मोदी- 'सीएम नीतीश को सब मालूम था': सुशील मोदी ने कहा कि कार्तिकेय कुमार (Former Minister kartikeya kumar) पर हत्या की नियत से अपहरण का मामला है जिसपर 7 साल के सजा का प्रावधान है.इनपर वारंट था. कोर्ट में सरेंडर करने की बजाय राजभवन पहुंच जाते हैं और शपथ लेते हैं. उनको कानून मंत्रालय दे दिया जाता है. नीतीश कुमार तो गृह मंत्री हैं तो क्या उनको यह सब मालूम नहीं था?
"मंत्री बनाने से पहले एक-एक विधायक का पूरा बायोडाटा मंगवाया जाता है, विजिलेंस की रिपोर्ट आती है. उसके बावजूद नीतीश ने लालू के दबाव में कार्तिकेय को मंत्री बना दिया. बाद में इस्तीफे की मांग होने पर लालू ने कहा कि सुशील मोदी झूठा है. अगर कार्तिकेय कुमार निर्दोष थे तो क्यों इस्तीफा देना पड़ा?"- सुशील मोदी, पूर्व उपमुख्यमंत्री, बिहार
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'नीतीश जी हो गए क्लीन बोल्ड': उन्होंने कहा कि पूरे देश में बिहार की छवि खराब हुई है. क्रिकेट के मैच का यह पहला ओवर था. इस पहले ओवर में नीतीश जी क्लीन बोल्ड हो गए. यह पहला विकेट गिरा है अभी कई और विकेट गिरेंगे. नीतीश के मंत्रिमंडल में आधे दर्जन बाहुबली , डॉन और माफिया हैं. ऐसे लोगों को लेकर नीतीश कब तक बिहार के मंत्री बने रहेंगे.
कार्तिकेय कुमार ने दिया इस्तीफा: इससे पहले, बिहार में महागठबंधन की सरकार में विवादों में घिरे कार्तिकेय कुमार को मंत्री बनने के एक पखवारे में इस्तीफा देना पड़ा. कार्तिकेय कुमार के इस्तीफे को आरजेडी की छवि बदलने की मुहिम से जोड़कर देखा जा रहा है. महागठबंधन की सरकार बनने के बाद जिस तरह विपक्ष ने 'जंगल राज' के मुद्दे पर सरकार को घेरना शुरू किया है, उससे यह माना जा रहा है बीजेपी अपराध को लेकर ही सरकार को घेरेगी और लोगों के बीच यह संदेश देने की कोशिश कर जनमत तैयार करेगी कि लालू राज से इस सरकार में कुछ नहीं बदला.
कार्तिकेय कुमार पर अपहरण का मामला: कार्तिकेय कुमार पर अपहरण के एक मामले में अदालत द्वारा वारंट जारी किया गया है. कार्तिकेय के 16 अगस्त के मंत्री पद की शपथ लेने के बाद ही पूर्व उप मुख्यमंत्री व राज्यसभा सदस्य सुशील कुमार मोदी ने कहा था कि फिर लौटा लालू राज.
कार्तिकेय सिंह पर लगे थे आरोप : गौरतलब है कि नीतीश मंत्रिमंडल में जगह मिलते ही कार्तिकेय कुमार विवादों में घिर गए थे. उनके ऊपर आरोप लगा था कि उनके खिलाफ कोर्ट से अपहरण के मामले में वारंट जारी किया जा चुका है. बता दें, 2014 में राजीव रंजन को अगवा कर लिया गया था, इसके बाद कोर्ट ने इस मामले में संज्ञान लेते हुए कार्तिकेय सिंह के खिलाफ वारंट जारी किया. इस मामले में कार्तिकेय सिंह ने अभी तक ना तो कोर्ट के सामने सरेंडर किया है ना ही जमानत के लिए अर्जी दी है. इसको लेकर विपक्ष लगातार नीतीश कुमार पर हमला बोल रहा था कि जिनके खिलाफ खुद गिरफ्तारी का वारंट जारी किया जा चूका हो, उसे विधि विभाग का मंत्री कैसे बनाया जा सकता है.
सुशील मोदी का हमला जारी: बीजेपी के नेता खासकर पूर्व उप मुख्यमंत्री मोदी नीतीश मंत्रिमंडल के दागी सदस्यों को लेकर हमलावर हैं. पिछले दिनों संवाददाता सम्मेलन कर मंत्री सुधाकर सिंह, रामानंद यादव और सुरेंद्र यादव पर कई तरह के आरोप लगा चुके हैं. सुशील मोदी ने सुरेंद्र यादव के आपराधिक रिकार्ड का ब्योरा मीडिया को उपलब्ध कराए तो रामानंद यादव पर कई आरोप लगाए. यादव ने उसके बाद मोदी पर जमीन हड़पने का आरोप लगा दिया. सुशील मोदी ने इन आरोपों को लेकर यादव को कानूनी नोटिस भेजा है.