पटना: पेयजल आपूर्ति के लिए सरकार नए-नए स्कीम का रोडमैप तैयार कर रही है. राजधानी में गुरुवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार गंगा वाटर स्कीम फॉर ड्रिंकिंग की बैठक में शामिल हुए. इस बैठक में जल संसाधन विभाग की ओर से एक प्रजेंटेशन भी दिया गया. इस दौरान मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को कई निर्देश दिए. बता दें कि राजगीर, गया और नवाद में जल आपूर्ति को लेकर ये बैठक की गई. इसमें जेक्ट रिक्वायरमेंट्स, इंटेक ऑप्शंस, प्रपोज्ड सिस्टम कॉन्सेप्ट, स्टोरेज ऑप्शन्स प्रोजेक्ट, कॉन्फिगरेशन और पाइपलाइन रूटमैप पर चर्चा की गई.
मुख्यमंत्री ने दिए निर्देश
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों की एक टीम गठित कर नवादा, गया और राजगीर के सर्वेक्षण के निर्देश दिए. उन्होंने कहा कि बाढ़ के दिनों में ही पानी को स्टोर कर लेना होगा, फिर जरूरत के हिसाब से 12 महीनों तक उससे हर जगह जलापूर्ति करें. उन्होंने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि गया, नवादा और राजगीर जाकर साइट विजिट करें और आगे की तैयारी करें. इस मौके पर मुख्यमंत्री के ओएसडी गोपाल सिंह सहित जल संसाधन विभाग के अन्य वरीय अधिकारी उपस्थित थे.
जल संरक्षण है जरूरी
जल प्रकृति की अनमोल धरोहर है. बिना पानी के जीवन संभव नहीं है. पीने के लिये शुद्ध जल हमारे लिए जरूरी है. धरती के दो तिहाई हिस्से पर पानी भरा हुआ है. फिर भी पीने योग्य शुद्ध जल पृथ्वी पर उपलब्ध जल का मात्र एक प्रतिशत हिस्सा ही है. अगर पानी बर्बाद होगा तो आगे वाले समय में पानी की कमी एक महासंकट बन जाएगा. ऐसी स्थिति में जल संरक्षण करना बेहद जरुरी है.