पटना: बिहार दारोगा (Bihar Daroga Result) के 2446 पदों के लिए गुरुवार को फाइनल रिजल्ट जारी कर दिया गया था. इस परीक्षा में पटना के भिखना पहाड़ी स्थित संस्थान के 100 से अधिक छात्र सफल हुए हैं. ऐसे में सफल अभ्यर्थियों ने संस्थान में आकर शिक्षक के साथ सफलता का जश्न मनाया और संस्थान में पढ़ रहे अन्य छात्रों को वर्चुअल माध्यम (Virtual Medium) से मेहनत करने की प्रेरणा भी दी.
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"प्रीलिम्स, मेंस और फिजिकल के बाद मेरे संस्थान के कुल 113 छात्र सफल हुए हैं. यह मेरे लिए काफी गर्व का विषय है. जो छात्र सफल हुए हैं, उसके पीछे उनकी कड़ी मेहनत और लगन है. लॉकडाउन होने की वजह से काफी संख्या में सफल छात्र अपने घर पर हैं. लेकिन कुछ छात्र जो अभी पटना में हैं, वह मिलने पहुंचे हैं. मुझे काफी खुशी हो रही है कि अभ्यर्थी सफलता का जश्न मेरे साथ मना रहे हैं. जो छात्र यहां पटना में अभी नहीं हैं, उन लोगों ने भी फोन करके बातें की है. मैंने सफलता के लिए सभी को बधाई दी है"- रोशन आनंद, शिक्षक
तीन चरण में होती है परीक्षा
शिक्षक रोशन आनंद ने बताया कि बिहार दारोगा की परीक्षा तीन चरण में होती है. पहला है प्रीलिम्स, दूसरा मेंस और अंत में फिजिकल. जो छात्र दारोगा के लिए तैयारी कर रहे हैं, उन्हें प्रीलिम्स के लिए उन विषयों पर विशेष ध्यान देना चाहिए जिसके प्रश्न ज्यादा पूछे जाते हैं. जैसे कि इतिहास, भूगोल, राजव्यवस्था, बायोलॉजी और करंट अफेयर्स.
सभी आयामों पर देना होगा ध्यान
जब प्रीलिम्स क्वालीफाई कर जाते हैं और मेंस की बारी आती है तो, उस समय इतिहास, भूगोल, राजव्यवस्था, बायोलॉजी के अलावे मैथ्स और रिजनिंग पर भी विशेष फोकस करना चाहिए. जब मेंस भी क्वालीफाई कर जाते हैं, तो फिजिकल के लिए सभी आयामों पर ध्यान देना होगा.
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लॉन्ग जंप, हाई जंप, रनिंग, शॉट पुट जितने भी फिजिकल के आयाम हैं, सभी पर अभ्यर्थियों को मेहनत करना चाहिए क्योंकि अभी का जो फाइनल रिजल्ट आया है, उसमें यह देखने को मिल रहा है कि फिजिकल के सभी आयामों में छात्र डिसक्वालीफाई हुए हैं.
छात्रों ने की कड़ी मेहनत
संस्थान से पढ़ाई कर दारोगा के फाइनल रिजल्ट में क्वालीफाई करने के बाद भागलपुर के रहने वाले अंकित आलोक ने बताया कि दारोगा में क्वालीफाई करने के बाद काफी खुशी हो रही है. क्योंकि इसके लिए उन्होंने काफी कड़ी मेहनत की है.
"सभी मेहनत करते हैं. लेकिन सही दिशा में मेहनत करने पर ही सफलता मिलती है. जो छात्र-छात्राएं अगर किसी कंपटीशन एग्जाम का फॉर्म भरे हैं तो, उस एग्जाम के सिलेबस को फॉलो करें और सिलेबस से एक्स्ट्रा अधिक कुछ करने की जरूरत नहीं है. एग्जाम क्वालीफाई करने के लिए छात्रों को यह पता होना चाहिए कि उन्हें फोकस कहां करना है और इसके लिए एक मार्गदर्शन की जरूरत होती है. सही मार्गदर्शन मिलता है तो काफी लाभ होता है"- अंकित, सफल अभ्यर्थी
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नियमित अंतराल पर टेस्ट
अंकित आलोक ने बताया कि यहां संस्थान में उन्हें शिक्षा का काफी सहयोग हासिल हुआ. यहां काफी स्टूडेंट फ्रेंडली माहौल मिला और प्रश्न पूछने में किसी प्रकार की कोई झिझकता नहीं हुई.
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नियमित अंतराल पर यहां के टेस्ट से काफी फायदा हुआ और जहां भी गलती होती शिक्षकों द्वारा उसे बार-बार समझाया जाता रहा. ताकि दोबारा यह गलती ना हो. यहां एक बेहतरीन माहौल और सही दिशा निर्देशन प्राप्त हुआ. जिसकी बदौलत आज दारोगा एग्जाम क्वालीफाई किए हैं.
परीक्षा का रिजल्ट जारी
बता दें कि बिहार पुलिस अवर सेवा आयोग के द्वारा दारोगा भर्ती, सार्जेंट और सहायक जिला अधीक्षक की बहाली को लेकर हुई परीक्षा का रिजल्ट जारी कर दिया गया है. बिहार पुलिस अवर सेवा आयोग द्वारा जारी रिजल्ट के मुताबिक 2062 कैंडिडेट दारोगा, 215 कैंडिडेट्स ने सार्जेंट और 125 कैंडिडेट्स सहायक जेल अधीक्षक पद पर उत्तीर्ण हुए हैं.
5 लाख 50 हजार अभ्यर्थी हुए शामिल
बिहार पुलिस और काला एवं सुधार सेवा के अधीन दारोगा, सार्जेंट और सहायक जेल अधीक्षक के कुल 2446 पदों पर बहाली होनी है. जिसमें भूतपूर्व सैनिक कोटे से सहायक जेल अधीक्षक के 32 पद पर चयन की प्रक्रिया पहले से पूरी हो चुकी है. बिहार में दारोगा, सार्जेंट और सहायक जेल अधीक्षक की बहाली की प्रक्रिया वर्ष 2019 में शुरू हुई थी. इस परिक्षा के लिए करीब 5 लाख 50 हजार अभ्यर्थी शामिल हुए थे. यह परीक्षा 12 दिसंबर 2019 को हुई थी.
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लॉकडाउन और चुनाव के कारण विलंब
संयुक्त प्रारंभिक प्रतियोगिता परीक्षा का परिणाम 28 जनवरी 2020 को जारी किया गया था. कोरोना के मद्देनजर लगाए गए लॉकडाउन (Lockdown) और बिहार में विधानसभा चुनाव के चलते मुख्य परीक्षा में विलंब हुआ. कई बार तारीख तय करने के बाद इसे स्थगित करना पड़ा. छात्रों के विरोध के बाद 29 नवंबर 2020 को मुख्य परीक्षा आयोजित की गई थी.