पटना: पटना विश्वविद्यालय को एक बार फिर से केंद्रीय विश्वविद्यालय का दर्जा दिलाने की मांग उठने लगी है. आज उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू का पटना आगमन हुआ है. जहां पर छात्र संघ समेत सीनेट के सदस्य या यूं कहें कि पूरा बिहार एक बार फिर से पटना विश्वविद्यालय को केंद्रीय विश्वविद्यालय का दर्जा दिलाने की मांग कर रहा है.
मिलना चाहिए केंद्रीय विश्वविद्यालय का दर्जा
पटना के लाइब्रेरी के शताब्दी वर्षगांठ पर आयोजित कार्यक्रम में उपराष्ट्रपति शिरकत कर रहे हैं. यहां पर मौजूद छात्र संघ पटना विश्वविद्यालय को केंद्रीय विश्वविद्यालय का दर्जा दिलाने की मांग उपराष्ट्रपति के समक्ष कर रहे हैं. सीनेट के सदस्य और छात्रों ने ईटीवी भारत से कहा कि पीयू को सेंट्रल लाइब्रेरी शताब्दी वर्षगांठ के मौके पर केंद्रीय विश्वविद्यालय का दर्जा मिलना चाहिए.
ज्ञान की धरती बिहार
कहते हैं कि बिहार ज्ञान की धरती है, जिसका गौरव पटना विश्वविद्यालय को प्राप्त है. ऐसे में पटना विश्वविद्यालय अपना शताब्दी वर्षगांठ मना रहा है. पूरे देश भर में पटना विश्वविद्यालय के सेंट्रल लाइब्रेरी ने अपनी एक अलग ही पहचान बनाई है.
लाइब्रेरी में हैं ढ़ाई लाख से अधिक दुर्लभ पांडुलिपि
इस लाइब्रेरी में ढ़ाई लाख से अधिक दुर्लभ पांडुलिपियों को आज भी सुरक्षित रखा गया है. कई भाषाओं में दुर्लभ पांडुलिपि आज भी देखने योग्य है. लैला मजनू की अरिजनल दस्तावेज जो किसी के पास नहीं है, वह पटना विश्वविद्यालय के सेंट्रल लाइब्रेरी में आज भी सुरक्षित है.