पटना: बिहार की 5 विधानसभा सीटों और एक लोकसभा सीट पर 21 अक्टूबर को उपचुनाव होने हैं. राजनीतिक दलों ने इसकी तैयारी शुरू कर दी है. एनडीए और महागठबंधन दोनों में ही सीट शेयरिंग को लेकर पेंच फंसता हुआ दिखाई दे रहा है. महागठबंधन दल के नेता एकमत नहीं हैं. एक तरफ मांझी चुनावी मैदान में उतरने को तैयार हैं तो वहीं, कांग्रेस और आरजेडी भी लड़ना चाहती है.
कांग्रेस नेता प्रेमचंद्र मिश्रा ने कहा है कि कांग्रेस को इस बार 3 सीटों पर मौका मिलना चाहिए. उन्होंने कहा है कि किशनगंज की सीट पहले ही कांग्रेस के पास है. कांग्रेस इस बार विधानसभा उपचुनाव में किशनगंज के साथ-साथ नाथनगर और सिमरी बख्तियारपुर में भी अपना प्रत्याशी उतारना चाहती है.
इन 3 सीटों से लड़ना चाह रही कांग्रेस
प्रेमचंद्र मिश्रा का कहना है कि कांग्रेस पार्टी के पास किशनगंज, नाथनगर और सिमरी बख्तियारपुर में अच्छे उम्मीदवार हैं. इसलिए उन्हें इन 3 सीटों पर उम्मीदवार खड़े करने का मौका मिलना चाहिए. उन्होंने दावा किया है कि अगर कांग्रेस को मौका मिलता है तो इन तीनों सीटों पर कांग्रेस निश्चित तौर पर जीत दर्ज करेगी.
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आरजेडी की नजर 4 पर
वहीं, आरजेडी 4 सीटों पर अपना दावा ठोक रही है. पार्टी के नेता चितरंजन गगन ने कहा है कि अब तक सीट शेयरिंग को लेकर कोई अंतिम फैसला नहीं हुआ है. जब तक महागठबंधन के शीर्ष नेता नहीं बैठते तब तक इस पर कुछ भी कहना उचित नहीं है. हालांकि आरजेडी नेता लगातार इस बात के संकेत दे रहे हैं कि पार्टी 5 में से 4 पर लड़ने की तैयारी में जुटी है.