पटना: पटना नगर निगम के सफाईकर्मियाें की लगातार आज पांचवें दिन हड़ताल जारी है. हड़ताल से पटना शहर की हालत नारकीय होती जा रही है. सड़क पर कूड़े का अंबार लगने लगा है. अपनी मांगों को लेकर सीएम आवास का घेराव किया जाएगा. इसको लेकर आज यानि सोमवार को पटना के इनकम टैक्स चौराहा पर हजारों सफाई कर्मी दिन के एक बजे एकजुट होंगे और यहां से दो बजे सीएम हाउस के बाहर जाकर एकजुट होकर सीएम आवास का घेराव करेंगे.
ये भी पढ़ें: पटना: नगर निगम का फरमान, सफाईकर्मी के हड़ताल करने पर होगी कार्रवाई
पटना सफाईकर्मियों की हड़ताल जारी: पटना नगर निगम कर्मचारी संयुक्त समन्वय समिति के अध्यक्ष चंद्र प्रकाश सिंह ने बताया कि सफाई कर्मी अपनी मांगों को लेकर अडिग हैं. नगर निगम चाहे सफाई कर्मियों को कितना भी डरा धमका लें, लेकिन इसका कोई असर नहीं होने वाला है. सफाई कर्मियों की हड़ताल के वजह से सफाई की व्यवस्था प्रभावित हो रही है तो इसके लिए नगर निगम प्रशासन जिम्मेवार हैं, क्योंकि पिछली बार के हड़ताल के समय जो आश्वासन मिला वह अब तक पूरा नहीं हुआ है.
"हड़ताल में पुराने कर्मचारी शामिल पाए गए हैं. उनका नाम बायोमैट्रिक अटेंडेंस से हटा करके ब्लैक लिस्ट भी किया गया है. 98 नए ड्राइवर की बहाली पूरी कर ली गई है. फिलहाल पटना में रात के समय 21 टीम सड़क की सफाई और कूड़े का उठाव कर रही है." - अनिमेष पाराशर, नगर आयुक्त
हड़ताली सफाईकर्मियों को किया ब्लैकलिस्टेड: पटना नगर निगम के नगर आयुक्त अनिमेष पाराशर का कहना है कि वैकल्पिक व्यवस्था के तहत सफाई का काम करायी जा रही है. हड़ताल के दौरान सफाई में बाधा पहुंचाने वाले ड्राइवर की जगह अब नए ड्राइवर बहाल किए जाएंगे. 400 से अधिक कचरा वाहन प्रतिदिन निकल रहे हैं और कचरा कलेक्ट कर रहे हैं. आज रविवार तक 98 नए ड्राइवर की बहाली पूरी कर ली गई है. इसके अलावा पुराने कर्मचारी जो हड़ताल में शामिल पाए गए हैं. उनका नाम बायोमैट्रिक अटेंडेंस से हटा करके ब्लैक लिस्ट भी किया गया है.
एक साल में 90 रुपये की बढ़ोतरी हुई: उन्होंने कहा कि इन सब के अलावा रात्रि पाली में 21 टीम सड़क की सफाई और कूड़े का उठाव कर रही है. उन्होंने बताया कि हाल ही में नगर निगम ने सफाई कर्मियों के वेतन में प्रतिदिन 30 रुपये बढ़ाया था और अब इसे बढ़ाकर 40 रुपये कर दिया है. ऐसे में इस साल अब तक सफाईकर्मियों का प्रतिदिन के हिसाब से 90 रुपये की बढ़ोतरी हुई है. उन्होंने कहा कि ब्लैकमेलिंग करने वाली सफाई कर्मियों के आगे नगर निगम प्रशासन झुकाने वाला नहीं है.