पटना: सूबे के सबसे बड़े अस्पताल पीएमसीएच में 72 घंटों से चल रहे जूनियर डॉक्टरों की हड़ताल से जन-जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. इसको लेकर अस्पताल प्रशासन की लगातार वार्ता चल रही है. ऐसे में एक बार फिर रविवार को घंटों चली बैठक में कोई नतीजा नहीं निकल पाया. पीएमसीएच के अधीक्षक ने कहा कि संभवत: अगली वार्ता का नतीजा सफल रहेगा.
हड्डी विभाग के विभागाध्यक्ष को तत्काल प्रभाव से हटाने की मांग
जूनियर डॉक्टर एसोसिएशन के अध्यक्ष शंकर भारती ने अपने चार सूत्री मांगों को प्रिंसिपल और अधीक्षक के समक्ष रखा है. उन्होंने कहा कि हड्डी विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो. विजय कुमार को तत्काल प्रभाव से हटाया जाए. उन्होंने मांग की कि जब तक जांच कमेटी की रिपोर्ट नहीं आती है, तब तक उनको पद से तत्काल हटाया जाए, ताकि वह जांच को प्रभावित न कर सकें.
प्रिंसिपल और अधीक्षक का क्या है कहना
हालांकि इस पूरे मामले में प्रिंसिपल ने जांच कमेटी की रिपोर्ट आने के बाद कार्रवाई की अनुशंसा करने की बात कही है. वहीं, विभागाध्यक्ष को अपने पद से हटाने को लेकर उन्होंने कहा है कि ये मेरे वश की बात नहीं है. मैं अपने विभाग से इस संबंध में निर्देश लूंगा. वहीं, इस मामले में पीएमसीएच के अधीक्षक डॉ राजीव रंजन प्रसाद ने कहा कि लगातार वार्ता चल रही है और संभवत: अगली वार्ता का नतीजा सफल रहेगा.
जूनियर डॉक्टरों की मांग
- हड्डी विभाग के विभागाध्यक्ष प्रोफेसर विजय कुमार को तत्काल प्रभाव से हटाया जाए
- डॉक्टरों की सुरक्षा को लेकर व्यापक इंतजाम किये जाए
- पीएमसीएच कैंपस में दवाओं की दलाली पर अविलंब रोक लगाई जाए
- मेडिकल कॉलेज में इमरजेंसी कैडर बनाया जाए
- परीक्षा में फेल हुए छात्रों के लिए पुन: परीक्षा लिए जाने की व्यवस्था की जाए