पटना: बिहार बोर्ड ने एसटीईटी (STET) 2019 के सभी 15 विषयों का रिजल्ट जारी कर दिया है. जिस से असंतुष्ट अभ्यर्थियों ने आज पटना सचिवायल गेट ( Patna Secretariat Gate ) के पास सरकार ( Nitish Kumar ) के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. इस दौरान कई अभ्यर्थियों का कहना है कि वो क्वालिफाई तो कर गए हैं, लेकिन उन्हें मेरिट लिस्ट ( Merit List ) से बाहर कर दिया गया है. इसको लेकर प्रदेश भर के विरोध प्रदर्शन ( Protest ) किया जा रहा है.
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एसटीईटी अभ्यर्थी का विरोध प्रदर्शन
एसटीईटी 2019 का रिजल्ट ( STET Result ) आ चुका है लेकिन इसमें एसटीईटी अभ्यर्थी ( STET Candidates ) के द्वारा काफी धांधली के आरोप लगाए जा रहे हैं. इसके विरोध में आज पटना के सचिवालय गेट से शिक्षा मंत्री के घर तक का मार्च किया. इस दौरान अभ्यर्थियों ने बिहार के सीएम, शिक्षा मंत्री और आनंद किशोर के मुर्दाबाद के नारे लगाते हुए शिक्षा मंत्री के आवास की तरफ बढ़ रहे थे.
एसटीईटी अभ्यर्थियों को पुलिस ने रोका
इसी क्रम में शिक्षा मंत्री के आवास का घेराव करने जा रहे थे लेकिन बीच में ही इको पार्क के समीप उन्हें सचिवालय थाने की पुलिस ने रोक दिया और उन्हें वापस भेज दिया गया. मार्च कर रहे अभ्यर्थियों में से केवल पांच लोगों को शिक्षा मंत्री ने मिलने के लिए बुलाया गया.
शिक्षा मंत्री ने मांगी 24 घंटे की मोहलत
शिक्षा मंत्री से मिलने पहुंचे अभ्यर्थियों का कहना है कि स्वयं कैटेगरी में हम से कम नंबर वालों का मेरिट लिस्ट में हो गया और हमारा क्यों नहीं हुआ. अगर हम लोगों का नाम नहीं आता है तो हम न्यायिक प्रक्रिया का भी सहारा लेंगे और आगे भी आंदोलन चलता रहेगा. वहीं, शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी ने कहा कि मुझे 24 घंटे का समय दीजिए. मैं इस मामले में कुछ करता हूं.
![STET candidates protest at Patna Secretariat Gate](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/12233495_488_12233495_1624436227158.png)
अविलंब जांच करने की मांग
एसटीईटी अभ्यर्थियों का कहना है कि अगर सरकार हम लोगों के साथ न्याय नहीं करती है तो हम लोगों के पास मरने के अलावा और कोई चारा नहीं बचा है क्योंकि काफी मेहनत से हम लोगों ने यह पात्रता परीक्षा पास की है. अगर मेरिट लिस्ट में नाम नहीं है तो हम सभ लगातार विरोध प्रदर्शन करते रहेंगे. हालांकि, हम सबका सरकार से आग्रह है कि इस मामले की अविलंब जांच कर हम लोगों के साथ न्याय किया जाए.
एसटीईटी उम्मीदवार के आरोप, सवाल और मांग
- एसटीईटी अभ्यर्थियों का आरोप है कि बिहार बोर्ड ने रिजल्ट के समय ही कटऑफ नहीं निकाला.
- एसटीईटी अभ्यर्थियों का आरोप है कि महिला अभ्यर्थियों का 33 फीसदी आरक्षित है. जिसके अनुरूप रिजल्ट जारी नहीं किया गया.
- एसटीईटी अभ्यर्थियों ने बोर्ड से सवाल किया है कि किस विषय में कितनी रिक्तियां थी, कितना रिजल्ट जारी हुआ, बताया जाए.
- एसटीईटी अभ्यर्थियों ने बोर्ड से सवाल किया है कि जब तय सीटों से कम रिजल्ट हुआ तो अभ्यर्थी मेरिट से बाहर कैसे हुए.
- एसटीईटी अभ्यर्थियों ने इस मामले में अविलंब जांच करने की मांग की है.
- एसटीईटी अभ्यर्थियों ने विषयवार कटऑफ के आधार पर मेधा सूची जारी की जाएने की मांग की है.
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