ETV Bharat / state

पटना अभी नहीं बन पाएगा स्मार्ट? कई परियोजनाओं पर लगा ग्रहण - bihar government

2020 के अंत तक पटना को स्मार्ट सिटी के रूप में विकसित करना था. लेकिन स्मार्ट सिटी प्रोजक्ट के अंतर्गत चल रही सभी परियोजनाएं या तो रुकी हुई हैं या जो चल रही हैं. वो तय तारीख पर भी पूरी नहीं हो सकी हैं.

पटना स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट
पटना स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट
author img

By

Published : Jan 11, 2020, 4:16 PM IST

पटना: राजधानी पटना को खूबसूरत बनाने के मकसद से स्मार्ट सिटी लिमिटेड का चयन 9 नवंबर 2017 में हुई था. करोड़ों रुपए की लागत से परियोजनाओं का टेंडर भी हुआ था और तेजी से काम भी शुरू हुआ. लेकिन आज स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट की कई परियोजनाओं पर काम बंद हो चुका है. तो कुछ की रफ्तार धीमी हो गई है. स्मार्ट सिटी को लेकर राजधानी को लोगों ने जो सपना संजोया था, अब वह कब पूरा होगा? इसका किसी के पास जवाब नहीं है. दूसरी तरफ स्मार्ट सिटी के शीर्ष अधिकारियों का ट्रांसफर का भी काम पर असर दिख रहा है.

स्मार्ट सिटी लिमिटेड के अधिकारी रहे अनूप कुमार सुमन के ट्रांसफर के बाद आनंद किशोर ने स्मार्ट सिटी का पदभार संभाला. उन्होंने कई प्रोजेक्ट कैंसिल भी किए. उसके बाद से काम की रफ्तार धीमी हो गई.

पटना से अरविंद की रिपोर्ट

स्मार्ट सिटी के नाम पर बकरी मार्केट को उजाड़ा गया
पटना जंक्शन हनुमान मंदिर के पास बकरी मार्केट में फुटकर दुकानदार अपनी रोजी-रोटी के लिए दुकान लगाया करते थे. लेकिन स्मार्ट सिटी लिमिटेड का जब निर्माण हुआ, तो उस जगह को स्मार्ट सिटी के रूप में डेवलप करने के लिए चयन किया गया. बकरी मार्केट में सजे फुटकर दुकानदारों को हटाया गया और बताया गया था कि यहां पर मल्टीप्लेक्स कंपलेक्स के साथ 7 स्टार होटल भी बनेगा. लेकिन इस पर भी ग्रहण लग गया और आज यहां पर पटना के कूड़ा-कचरा रखा जा रहा है.

एक साल में पूरे होने थे प्रोजेक्ट
एक साल में पूरे होने थे प्रोजेक्ट

गंगा रिवर फ्रंट का काम भी बंद
पटना कॉलेज के ठीक पीछे गंगा रिवर फ्रंट के किनारे आधी-अधूरी हालात में खड़ी इमारत को डच कैफे के रूप में विकसित करना था. काफी जोर-शोर से काम भी शुरू हुआ. लेकिन फिलहाल, यहां काम को बंद कर दिया गया है. जानकारी के मुताबिक, फंड की कमी बताई जा रही है. फंड की कमी दूर करने के लिए नगर विकास विभाग को पटना स्मार्ट सिटी ने चिट्ठी भी लिखा है. लेकिन अभी तक वहां से फंड की व्यवस्था नहीं हो पाई.

क्या मई 2020 तक पूरा होगा ये निर्माण ?
क्या मई 2020 तक पूरा होगा ये निर्माण ?

गांधी मैदान में मेगा स्क्रीन का काम भी बंद
पटना स्मार्ट सिटी लिमिटेड के तहत गांधी मैदान में बड़ी साइज की स्क्रीन लगाई गई थी. ताकि, लोग मैदान में बैठकर अंतरराष्ट्रीय या राजकीय मैच, फिल्मों और बिहार की संस्कृति पर आधारित लघु फिल्मों का लुफ्त उठा सकें. लेकिन फिलहाल, इस पर भी ग्रहण लगता हुआ दिख रहा है क्योंकि इस काम को 15 अगस्त 2019 तक पूरा कर लेना था. लेकिन पैसे के अभाव में भी यह काम अधर में लटका हुआ है.

यहां बनना था 7 स्टार होटल
यहां बनना था 7 स्टार होटल

मंदिरी नाले पर सड़क का काम बंद
इनकम टैक्स चौराहा से सटे मंदिरी नाले के ऊपर 67 करोड़ों रुपए की लागत से सड़क बनी थी. लेकिन इस काम पर भी ग्रहण लग गया है. बताया जा रहा है कि सरकार के तरफ से यह आदेश मिला है कि नाले के ऊपर सड़क नहीं बनेगी. बावजूद इसके, नाले के पर काम थमा हुआ है.

बहरहाल, इन कामों के साथ और भी ऐसे काम हैं, जिस पर ग्रहण लगता हुआ दिख रहा है या फिर जो भी काम हो रहे हैं उसकी रफ्तार भी धीमी हो गई है. सारे प्रोजेक्ट का काम 2020 के अंत तक पूरा होना था. लेकिन जिस हिसाब से काम की रफ्तार और टेंडर रद्द हो रहा है. नहीं लगता है कि पटना स्मार्ट बन पाएगा.

पटना: राजधानी पटना को खूबसूरत बनाने के मकसद से स्मार्ट सिटी लिमिटेड का चयन 9 नवंबर 2017 में हुई था. करोड़ों रुपए की लागत से परियोजनाओं का टेंडर भी हुआ था और तेजी से काम भी शुरू हुआ. लेकिन आज स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट की कई परियोजनाओं पर काम बंद हो चुका है. तो कुछ की रफ्तार धीमी हो गई है. स्मार्ट सिटी को लेकर राजधानी को लोगों ने जो सपना संजोया था, अब वह कब पूरा होगा? इसका किसी के पास जवाब नहीं है. दूसरी तरफ स्मार्ट सिटी के शीर्ष अधिकारियों का ट्रांसफर का भी काम पर असर दिख रहा है.

स्मार्ट सिटी लिमिटेड के अधिकारी रहे अनूप कुमार सुमन के ट्रांसफर के बाद आनंद किशोर ने स्मार्ट सिटी का पदभार संभाला. उन्होंने कई प्रोजेक्ट कैंसिल भी किए. उसके बाद से काम की रफ्तार धीमी हो गई.

पटना से अरविंद की रिपोर्ट

स्मार्ट सिटी के नाम पर बकरी मार्केट को उजाड़ा गया
पटना जंक्शन हनुमान मंदिर के पास बकरी मार्केट में फुटकर दुकानदार अपनी रोजी-रोटी के लिए दुकान लगाया करते थे. लेकिन स्मार्ट सिटी लिमिटेड का जब निर्माण हुआ, तो उस जगह को स्मार्ट सिटी के रूप में डेवलप करने के लिए चयन किया गया. बकरी मार्केट में सजे फुटकर दुकानदारों को हटाया गया और बताया गया था कि यहां पर मल्टीप्लेक्स कंपलेक्स के साथ 7 स्टार होटल भी बनेगा. लेकिन इस पर भी ग्रहण लग गया और आज यहां पर पटना के कूड़ा-कचरा रखा जा रहा है.

एक साल में पूरे होने थे प्रोजेक्ट
एक साल में पूरे होने थे प्रोजेक्ट

गंगा रिवर फ्रंट का काम भी बंद
पटना कॉलेज के ठीक पीछे गंगा रिवर फ्रंट के किनारे आधी-अधूरी हालात में खड़ी इमारत को डच कैफे के रूप में विकसित करना था. काफी जोर-शोर से काम भी शुरू हुआ. लेकिन फिलहाल, यहां काम को बंद कर दिया गया है. जानकारी के मुताबिक, फंड की कमी बताई जा रही है. फंड की कमी दूर करने के लिए नगर विकास विभाग को पटना स्मार्ट सिटी ने चिट्ठी भी लिखा है. लेकिन अभी तक वहां से फंड की व्यवस्था नहीं हो पाई.

क्या मई 2020 तक पूरा होगा ये निर्माण ?
क्या मई 2020 तक पूरा होगा ये निर्माण ?

गांधी मैदान में मेगा स्क्रीन का काम भी बंद
पटना स्मार्ट सिटी लिमिटेड के तहत गांधी मैदान में बड़ी साइज की स्क्रीन लगाई गई थी. ताकि, लोग मैदान में बैठकर अंतरराष्ट्रीय या राजकीय मैच, फिल्मों और बिहार की संस्कृति पर आधारित लघु फिल्मों का लुफ्त उठा सकें. लेकिन फिलहाल, इस पर भी ग्रहण लगता हुआ दिख रहा है क्योंकि इस काम को 15 अगस्त 2019 तक पूरा कर लेना था. लेकिन पैसे के अभाव में भी यह काम अधर में लटका हुआ है.

यहां बनना था 7 स्टार होटल
यहां बनना था 7 स्टार होटल

मंदिरी नाले पर सड़क का काम बंद
इनकम टैक्स चौराहा से सटे मंदिरी नाले के ऊपर 67 करोड़ों रुपए की लागत से सड़क बनी थी. लेकिन इस काम पर भी ग्रहण लग गया है. बताया जा रहा है कि सरकार के तरफ से यह आदेश मिला है कि नाले के ऊपर सड़क नहीं बनेगी. बावजूद इसके, नाले के पर काम थमा हुआ है.

बहरहाल, इन कामों के साथ और भी ऐसे काम हैं, जिस पर ग्रहण लगता हुआ दिख रहा है या फिर जो भी काम हो रहे हैं उसकी रफ्तार भी धीमी हो गई है. सारे प्रोजेक्ट का काम 2020 के अंत तक पूरा होना था. लेकिन जिस हिसाब से काम की रफ्तार और टेंडर रद्द हो रहा है. नहीं लगता है कि पटना स्मार्ट बन पाएगा.

Intro:पटना स्मार्ट सिटी के कई प्रोजेक्ट पर लगा ग्रहण पैसे की अभाव में लटका काम महत्वपूर्ण 4 प्रोजेक्ट का काम किया बंद बोलने से बच रहे हैं अधिकारी पटना कैसे बनेगा स्मार्ट?


Body:पटना--- बिहार की राजधानी पटना को खूबसूरत बनाने के मकसद से स्मार्ट सिटी लिमिटेड का चयन 9 नवंबर 2017 में हुई थी करोड़ों रुपए की लागत से परियोजनाओं का टेंडर भी हुआ था और तेजी से काम भी शुरू हुआ, लेकिन आज स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के कई परियोजना पर काम बंद हो चुका है तो कुछ कामुक की रफ्तार धीमी हो गई है स्मार्ट सिटी को लेकर राजधानी को लोगों ने जो सपना संजोया था अब वह कब पूरा होगा इसका किसी के पास जवाब नहीं है दूसरी तरफ स्मार्ट सिटी के शीर्ष अधिकारियों का ट्रांसफर का भी काम पर असर दिखा जा रहा है स्मार्ट सिटी लिमिटेड के पिछले दिनों अधिकारी रहे अनूप कुमार सुमन के ट्रांसफर के बाद आनंद किशोर ने स्मार्ट सिटी का पदभार संभाला था उन्होंने कई प्रोजेक्ट को कैंसिल भी किया उसके बाद से काम की रफ्तार धीमी हो गई,

स्मार्ट सिटी के नाम पर बकरी मार्केट को उजाड़ा गया

पटना जंक्शन हनुमान मंदिर के पास बकरी मार्केट में फुटकर दुकानदार अपनी रोजी रोटी के लिए दुकान लगाया करते थे लेकिन स्मार्ट सिटी लिमिटेड का जब निर्माण हुआ तो उस जगह को स्मार्ट सिटी के रूप में डेवलप करने के लिए चयन किया गया और उस बकरी मार्केट में सजे फुटकर दुकानदारों को हटाया गया और बताया गया था कि यहां पर मल्टीप्लेक्स कंपलेक्स के साथ 7 स्टार होटल भी बनेगा लेकिन इसका भी काम पर ग्रहण लग गया और आज यहां पर पटना के कूड़ा रखा जा रहा है।

गंगा रिवर फ्रंट का काम भी बंद

पटना कॉलेज के ठीक पीछे गंगा रिवर फ्रंट के किनारे आधे अधूरे हालात में खड़ी इमारत को डच कैफे के रूप में विकसित करना था काफी जोर-शोर से काम भी शुरू हुआ लेकिन फिलहाल यह काम को बंद कर दिया गया है जानकारी के मुताबिक फंड की कमी बताई जा रही है फंड की कमी दूर करने के लिए नगर विकास विभाग को पटना स्मार्ट सिटी ने चिट्ठी भी लिखा है लेकिन अभी तक वहां से फंड की व्यवस्था नहीं हो पाई।

गांधी मैदान में मेगा स्क्रीन का काम भी बंद

पटना स्मार्ट सिटी लिमिटेड के तहत गांधी मैदान में बड़ी साइज की स्क्रीन लगाई गई थी ताकि लोग मैदान में बैठकर अंतरराष्ट्रीय या राजकीय मैच या फिल्मों का लुफ्त उठा सकें लेकिन फिलहाल इस पर भी ग्रहण लगता हुआ दिख रहा है क्योंकि इस काम को 15 अगस्त 2019 तक पूरा कर लेना था लेकिन पैसे के अभाव में भी यह काम अधर में लटका हुआ है,।

मंदिरी नाले पर सड़क का काम बंद

इनकम टैक्स चौराहा से सटे मंदिरी नाले के ऊपर 67 करोड़ों रुपए की लागत से सड़क बनी थी लेकिन इस काम पर भी ग्रहण लग गया है बताया जा रहा है कि सरकार के तरफ से यह आदेश मिला है कि नाले के ऊपर सड़क नहीं बनेगी लिखें नाले का पति करण का काम होगा फिलहाल मंदिरी नाला पर काम भी बंद है





Conclusion:बहरहाल इन कामों के साथ और भी ऐसे काम है जिस पर ग्रहण लगते हुए दिख रहा है या फिर जो भी काम हो रहे हैं उसकी रफ्तार भी धीमी हो गई है सारे प्रोजेक्ट का काम 2020 के अंत तक पूरा होना था लेकिन जिस हिसाब से काम की रफ्तार और टेंडर रद्द हो रहा है नहीं लगता है कि पटना स्मार्ट बन पाएगा।

ईटीवी भारत के पटना से अरविंद राठौर रिपोर्ट।
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.