पटना: राजधानी पटना जलमग्न हो गई थी. जलभराव के बीच पांच दिन गुजारने के बाद पटनावासियों को थोड़ी राहत जरूर मिली है. लेकिन अभी निचले इलाकों से पानी निकलना बाकी है. भारतीय जनता पार्टी पटना की स्थिति को प्रशासनिक चूक बात रही है. वहीं, नगर निगम के पूर्व आयुक्त भी जांच के घेरे में हैं और उनके खिलाफ कार्रवाई की जा सकती है.
पटना नगर निगम के पूर्व कमिश्नर अनूप कुमार सुमन की कार्यशैली पर अब उनके जाते ही सवाल उठने लगे हैं. पटना में जिस तरह से नगर निगम के पूर्व कमिश्नर अनूप कुमार सुमन ने काम किया था और आज राजधानी पटना जलजमाव से जूझ रही है. इसको लेकर अब नेता अधिकारी और नगर निगम के सारे सदस्यों पर सवाल उठना शुरू हो गया है. सरकार का बचाव करने उतरे नगर विकास मंत्री सुरेश शर्मा ने पूर्व कमिश्नर पर ही उंगली उठाना शुरू कर दिया है.
क्या बोले नगर विकास मंत्री...
नगर विकास मंत्री सुरेश शर्मा ने कहना है कि अनूप कुमार सुमन का जो कार्य था, उसका नगर विकास से तो ज्यादा मतलब नहीं था. वह हमेशा विभाग को कार्यों की रिपोर्टिंग नहीं करते थे और न ही विभाग के प्रधान सचिव की बात को वह सुनते थे. ईटीवी भारत संवाददाता से बात करते हुए नगर विकास मंत्री सुरेश शर्मा ने कहा कि पटना की स्थिति के जिम्मेदार जितने भी अधिकारी होंगे. उन्हें बख्शा नहीं जाएगा.
नगर विकास मंत्री ने कहा कि पूर्व के निगम आयुक्त के कामों के भी जांच करके करवाई की जाएगी. चाहे कोई भी हो, वो बचेगा नहीं. पटना में पानी अब कुछ जगहों पर पानी निकल गया है और बाकी जो जगहों पर 2 दिन के अंदर पानी की निकासी करवा दी जाएगी. मोटर पंप लगाकर लगातार पानी की निकासी की जा रही है.
- जिस तरह से बीच में ही वीआरएस लेकर गए पूर्व नगर आयुक्त पर उसी समय से सवाल उठने लगे थे और अब मंत्री सुरेश शर्मा के बयान के बाद यह साफ हो गया है कि दाल में कुछ न कुछ जरूर काला है.