पटना: कश्मीर मसले पर राजनीति गर्म हो गई है. सदन में पक्ष-विपक्ष की तीखी बहस के बीच पार्टी प्रवक्ताओं ने विपक्ष पर हमला करना शुरू कर दिया. इस दौरान बीजेपी प्रवक्ता नवल किशोर यादव ने कहा कि कश्मीर मुद्दे पर सरकार जो भी बिल ला रही है, उसपर विपक्ष राजनीति कर रहा है. इससे उनको परहेज करना चाहिए. विपक्ष को कश्मिरियों का दर्द समझने की जरुरत है.
'विपक्ष का विरोध निराधार'
भाजपा प्रवक्ता नवल किशोर यादव ने कहा कि विपक्ष जम्मू-कश्मीर जैसे संवेदनशील मसलों पर राजनीति नहीं करनी चाहिए. इससे देश की अखंडता, एकता पर सवाल खड़ा हो जाता है. यह एक संवेदनशील मुद्दा है. उन्हेंने आरोप लगाते हुए कहा कि विपक्ष के पास कोई एजेंडा नहीं होने कारण सिर्फ विरोध कर रहा है. उन्हें कश्मीर की जनता की चिंता नहीं है.
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धारा 370 खत्म करने की सिफारिश, जम्मू-कश्मीर और लद्दाख दो केंद्र शाषित राज्य बने#Article370#KashmirParFinalFight#KashmirHamaraHai#JammuAndKashmir#370gaya#Bharat370https://t.co/Jl3KGFxzBG
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विरोध से फर्क नहीं
महबूबा मुफ्ती के आर्टिकल 35-ए के विरोध के सवाल पर प्रवक्ता ने कहा कि महबूबा मुफ्ती के कार्यकर्ताओं का काम है अराजकता फैलाना. इससे जनता खूब वाकिफ है. आने वाले समय में भी उनके कार्यकर्ता इस प्रकार का विरोध करते रहेंगे. इससे किसी को फर्क नहीं पड़ने वाला है.
इन आर्टिकल पर हो रही है बहस
बता दें कि केंन्द्र सरकार आर्टिकल 35 ए और घारा 370 हटाने की सिफारिश पेश की थी. जिसके बाद से राज्यसभा में जोरदार बहस छिड़ गई. इससे पहले पीएम नरेंद्र मोदी की कैबिनेट कमिटी ऑन सिक्यॉरिटी (CCS) की बैठक हुई थी. सीसीएस में सरकार के टॉप चार मंत्री, गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, विदेश मंत्री एस जयशंकर और वित्त मंत्री निर्माल सीतारमण बैठक में मौजूद थे. साथ ही राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल भी बैठक में मौजूद थे.