पटना: कांग्रेस के विधान पार्षद प्रेमचंद्र मिश्रा ने राज्य सरकार से जेपी आंदोलनकारियों को दी जा रही पेंशन पर रोक लगाने की मांग की है. प्रेमचंद्र मिश्रा ने इस बाबत प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि सरकार जेपी आंदोलनकारियों को पेंशन देकर सरकारी खजाने का दुरुपयोग कर रही है. उन्होंने कहा कि जेपी आंदोलन एक राजनीतिक आंदोलन था और इसमें जो भी लोग जेल गए थे. उनको सरकार पेंशन दे रही है. निश्चित तौर पर सरकार ने एक गलत परंपरा की शुरुआत की है.
कांग्रेस एमएलसी ने आगे कहा कि राजनीतिक आंदोलन कार्यकर्ता को अगर सरकार पेंशन दे रही है, तो वह निश्चित तौर पर आम लोगों के गाढ़ी कमाई के धन का अपव्यय कर रही है. उन्होंने कहा कि ऐसी राजनीतिक आंदोलन समय-समय पर विपक्ष करता रहता है. इसका यह मतलब नहीं कि इस आंदोलन से जुड़े लोगों को इस तरह पेंशन दिया जाए. निश्चित तौर पर सरकार उसके लिए अलग से सहायता दी जा सकती है लेकिन पेंशन की परंपरा ठीक नहीं है.
पेंशन देना कहीं से भी उचित नहीं- प्रेमचंद्र मिश्रा
साथ ही उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार में नहीं है और कांग्रेस के कार्यकर्ता जो सरकार के लिए लाठी-डंडे खा रहे हैं. ऐसे में अगर हमारी सरकार बनेगी, तो हम उसे पेंशन देने लगेंगे. यह कोई अच्छी बात नहीं है. ठीक इसी तरह वर्तमान सरकार ने जेपी आंदोलनकारियों को पेंशन दे रही है. उन्होंने कहा कि सरकार को इस योजना को बंद करना चाहिए. साथ ही बताना चाहिए कि कितने रुपये उसने इस योजना पर खर्च कर दिया है.
- प्रेमचंद्र मिश्रा ने जेपी आंदोलन पर भी तंज कसा और कहा कि जेपी आन्दोलन जिस उद्देश्य से बिहार में या पूरे देश में किया गया था. अभी भी उसका उद्देश्य पूरा नहीं हुआ है. बिहार में जेपी आंदोलन से उपजे नेता राज कर रहे हैं. लेकिन बिहार में शिक्षा-स्वास्थ्य की क्या हालत है. जनता देख रही है.