पटना: बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर राजनीतिक सरगर्मी लगातार बढ़ती जा रही है. ऐसे में अब यशवंत सिन्हा भी बिहार की राजनीति में भी सक्रिय दिखाई दे रहे हैं. 2020 के विधानसभा चुनाव में उन्होंने अपनी इंट्री के संकेत दे दिए हैं. इसके साथ ही उन्होंने वर्चुअल रैली को लेकर कई सवाल खड़े किए हैं.
कोरोना संकट के दौर में भारतीय जनता पार्टी ने वर्चुअल रैली को अपने प्रचार-प्रसार का माध्यम बनाया है. वर्चुअल रैली के जरीए ही बीजेपी 2020 विधानसभा चुनाव की तैयारी कर रही है. लेकिन अब इस वर्चुअल रैली को लेकर बिहार में सियासत शुरू हो गई है. पूर्व वित्त मंत्री यशवंत सिन्हा ने इस पर कई सवाल खड़े किए हैं. उन्होंने कहा कि वर्चुअल रैली से फिजूलखर्ची बढ़ेगी और हम इसका विरोध करते हैं. पूर्व वित्त मंत्री ने कहा कि वर्चुअल रैली को लेकर वे चुनाव आयोग से बात करेंगे और इस फैसले का विरोध करेंगे.
यशवंत सिन्हा पर पलटवार
वहीं, इस पर बीजेपी विधायक नितिन नवीन ने कहा है कि वर्चुअल रैली का विरोध मेरे समझ से बाहर है. अभी पूरे संसार में कोरोना का कहर है. वर्चुअल रैली को हमने विकल्प के रूप में अपनाया है. नितिन नवीन ने कहा कि वर्चुअल रैली, बड़ी रैली का विकल्प नहीं हो सकती.
इधर, उद्योग मंत्री श्याम रजक ने भी यशवंत सिन्हा पर वार किया है. श्याम रजक ने व्यंग करते हुए कहा कि बिल गेट्स जैसे लोगों के बारे में मैं कुछ नहीं कहना चाहता. मैं छोटे कद का आदमी हूं. इसलिए इस मसले पर नहीं बोलूंगा.
यशवंत सिन्हा ने किया प्रेस कांफ्रेंस
बता दें कि शनिवार को पूर्व केंद्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया कि वे बिहार में थर्ड फ्रंट बनाएंगे. साथ ही बिहार की तकदीर बदलेंगे. उन्होंने कहा कि हम सब मिलकर चुनाव लड़ेंगे. यशवंत सिन्हा ने कहा कि इस सरकार को हटाना बेहतर बिहार बनाने के क्रम में पहला कदम होगा.
वहीं, पेट्रोल और डीजल की कीमतों में बढ़ोतरी पर यशवंत सिन्हा ने कहा कि आज की परिस्थिति में ऐसा करना मुनाफाखोरी के अलावा कुछ नहीं है. लगातार 20वें दिन इनके दामों में इजाफा किया गया है. यह अत्यंत दुखद बात है.