पटना: पूर्व भाजपा अध्यक्ष और गृह मंत्री अमित शाह बिहार विधानसभा चुनाव प्रचार का आगाज करने जा रहे हैं. गृह मंत्री इस वर्चुअल रैली के जरिए हजारों लोगों से जुड़ेंगे. हालांकि रैली की तारीख को लेकर बिहार में जमकर सियासत हुई, लेकिन ज्योतिषि गणना के मुताबिक शाम 4 बजे का मुहूर्त फलदायी बताया गया, जिसके बाद पार्टी की तरफ से इस समय को ही तय किया गया.
7 जून को शाम 4 बजे ग्रहों के स्थान फलदायी
बिहार में अक्टूबर या नवंबर के महीने में विधानसभा चुनाव होने हैं. लेकिन कोरोना संकट के चलते राजनीतिक दलों की परेशानियां बढ़ गई हैं. बदली परिस्थितियों में अब बड़ी रैली संभव नहीं है. लिहाजा, भाजपा ने वर्चुअल रैली का सहारा लिया है. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह 7 जून को शाम चार बजे वर्चुअल रैली के जरिए कार्यकर्ताओं से जुड़ेंगे. सभी 72,000 बूथों पर एलईडी स्क्रीन लगाने की योजना है. सभी सप्त ऋषि कार्यकर्ताओं के साथ अमित शाह का भाषण सुनेंगे.
5 लाख से ज्यादा लोग गृहमंत्री को सुनेंगे
बिहार में 72,000 बूथ हैं और पार्टी तमाम बूथों पर कार्यकर्ताओं की सक्रियता देखना चाहती है. इसलिए पार्टी ने तय किया है कि बूथों पर भाजपा कार्यकर्ता मोबाइल के जरिए अमित शाह का भाषण सुनेंगे. प्रदेश मंत्री सिद्धार्थ शंभू का कहना है कि हमने तैयारी पूरी कर ली है. 72,000 बूथों पर हमारे कार्यकर्ता रहेंगे और 5 लाख से ज्यादा लोग गृह मंत्री को सुनेंगे.
वहीं, पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष राजेंद्र सिंह ने बताया कि रैली की तारीख किसी के दबाव में नहीं बदली गई है. राजद के लोग अगर ऐसा सोच रहे हैं तो वह दिवास्वप्न देख रहे हैं और मुगालते में हैं. भाजपा नेता ने कहा कि हम लोगों ने रैली का दिन और समय गृह मंत्री की उपलब्धता के आधार पर तय किया है. ज्योतिष गणना इसका कारण नहीं है.
वहीं, ज्योतिष शास्त्र के जानकार गोविंद पांडे का कहना है कि 7 जून को शाम 4 बजे नवग्रह एकत्रित हैं और फलदाई रूप में है उस समय किसी काम को शुरू किए जाने से सफलता की संभावना प्रबल हो जाती है.