पटना: ब्रिटेन की महारानी एलिजाबेथ द्वितीय के पति प्रिंस फिलिप का शुक्रवार को निधन हो गया. वे 99 साल के थे. प्रिंस फिलिप 10 जून 1921 को दो महीने बाद अपना 100वां जन्मदिन मनाने वाले थे. प्रिंस फिलिप ने 2017 में अपनी जिम्मेदारियों से रिटायरमेंट ले लिया था.
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भारत की चार शाही यात्राएं
प्रिंस फिलिप का भारत से खासा लगाव रहा है. अपने लंबे जीवन में भारत की 4 यादगार शाही यात्राएं की थीं. ब्रिटेन के इतिहास में सबसे लंबे समय तक ‘रॉयल कंसर्ट’ रहने वाले प्रिंस फिलिप ने 1959, 1961, 1983 और 1997 में भारत की यात्रा की थी.
1959 में पहली बार आए थे भारत
21 जनवरी 1959 को प्रिंस फिलिप पहली बार भारत आए थे. तब तत्कालीन प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू ने उनकी अगवानी की थी. प्रिंस तब दुनिया के दौरे पर निकले थे. 1959 में फिलिप भारत के गणतंत्र दिवस में मुख्य अतिथि के तौर पर शामिल हुए. इस दौरान वो दो हफ्ते भारत में रुके थे.
दरभंगा के महाराज से की थी मुलाकात
प्रिंस फिलिप का सबसे यादगार शाही दौरा 1961 का रहा. जब वो महारानी एलिजाबेथ द्वितीय के साथ भारत आए थे. इस दौरान उन्होंने कोलकाता में विक्टोरिया महल में कई शाही लोगों से मुलाकात की थी. इस दौरान प्रिंस फिलिप ने दरभंगा के महाराज कामेश्वर सिंह से भी मुलाकात की थी. महाराजा कामेश्वर सिंह अपनी शान-शौकत के लिए पूरी दुनिया में विख्यात थे. इससे प्रभावित होकर अंग्रेजों ने उन्हें महाराजाधिराज की उपाधि दी थी.
विक्टोरिया महल में शाही लोग से मिले
इस दौरान उन्होंने बर्दवान के महाराजाधिराज उदय चंद महताब, पश्चिम बंगाल की गवर्नर पदमजा नायडू, एस. गुप्ता, कलकत्ता हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस एस.के. लाहिरी, बिजॉय प्रसाद सिंह राय, सर बिरेन मुखर्जी, जीवाजी राव सिंधिया, बी.एम. बिड़ला, डॉ. डीसी गांगुली और बद्रीदास गोयनका से भी मुलाकात की थी.
जमशेदपुर में टाटा स्टील का किया था दौरा
कोलकाता के बाद प्रिंस फिलिप दुर्गापुर से होते हुए जमशेदपुर पहुंचे थे. जमशेदपुर के लोगों ने प्रिंस फिलिप को सिर पर उठा लिया. इस दौरान फिलिप ने टाटा स्टील का भी दौरा किया था. जमशेदपुर के लोगों से मिले प्यार से वो काफी अभिभूत हुए थे.
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एक तस्वीर से मच गया था बवाल
1961 की भारत यात्रा के दौरान उन्हें जयपुर के महाराजा और महारानी के साथ 8 फुट के एक मृत बाघ के साथ चित्रित किया गया था, जिसका उन्होंने शिकार किया था. ये उसी वर्ष हुआ था, जब वो विश्व वन्यजीव निधि यूके के अध्यक्ष बने थे. उन्होंने उस यात्रा पर एक मगरमच्छ और पहाड़ी भेड़ को भी गोली मार दी थी. लेकिन ये बाघ की तस्वीर थी, जो दुनिया भर में विवाद का कारण भी बनी थी.
जलियांवाला बाग में दी थी श्रद्धांजलि
1997 में प्रिंस फिलिप की भारत यात्रा के दौरान उन्होंने महारानी के साथ पंजाब के जलियांवाला बाग की यात्रा पर भी गए थे. जहां पर दंपति ने उस स्थान पर एक स्मारक पर पुष्पचक्र चढ़ाया था, जहां जनरल डायर के आदेश पर अप्रैल 1919 में लोगों पर गोलियां बरसाई गई थीं.
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26 साल की उम्र में बने 'ड्यूक ऑफ एडिनबर्ग'
बता दें कि 1939 में द्वितीय विश्व युद्ध के पास आते ही फिलिप रॉयल नौसेना में कैडेट के रूप में शामिल हुए थे. बाद में उन्होंने हिंद महासागर, भू-मध्यसागरीय और प्रशांत क्षेत्र में सेवा की और कई बार पदोन्नत हुए. उन्हें 1952 में कमांडर के रूप में पदोन्नत किया गया था, लेकिन उनका नौसैनिक करियर जल्द ही उनके शाही मिशन के कारण समाप्त हो गया. फिलिप की शादी 20 नवंबर 1947 को हुई थी और वह 26 वर्ष की आयु में ड्यूक ऑफ एडिनबर्ग बन गये थे. महारानी एलिजाबेथ और प्रिंस फिलिप की शादी 73 वर्षों तक चली.