पटनाः मगध यूनिवर्सिटी घोटाला (Magadh University Scam) मामले में स्पेशल विजिलेंस यूनिट (Special Vigilance Unit) विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. राजेंद्र प्रसाद से पूछताछ के लिए एक बार फिर से नोटिस जारी करेगी. दरअसल, कॉपी खरीद में हुए घोटाले के आरोपों में घिरे कुलपति को विजिलेंस ने पहले जो नोटिस जारी की थी. उसके मुताबिक उन्हें सोमवार को टीम के समक्ष उपस्थित होना था. दिन भर इंतजार के बाद भी वीसी नहीं पहुंचे. इसकी वजह से उनसे पूछताछ नहीं हो सकी.
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जानकारी के मुताबिक विजिलेंस की स्पेशल यूनिट ने कुलपति डॉ. राजेंद्र प्रसाद से पूछताछ के लिए कल 3 जनवरी को सुबह 11:00 बजे पटना स्थित दफ्तर बुलाया था. विजिलेंस द्वारा मगध विश्वविद्यालय के प्रभारी कुलपति को पिछले महीने पत्र लिखकर राजेंद्र प्रसाद को सूचना देने का अनुरोध किया गया था. ताकि वह पूछताछ के लिए स्पेशल विजिलेंस यूनिट के समक्ष प्रस्तुत हो सकें.
बीते 23 दिसंबर को कुलपति के मेडिकल लीव की अवधि समाप्त हो रही थी. स्पेशल विजिलेंस यूनिट के द्वारा 22 तारीख को ही चिट्ठी लिखकर उन्हें प्रस्तुत होने को कहा गया था. लेकिन स्पेशल विजिलेंस यूनिट के इस पत्र के अगले दिन ही वीसी की मेडिकल लीव और 1 महीने के लिए बढ़ा दी गई.
स्पेशल विजिलेंस यूनिट के सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार मगध विश्वविद्यालय के वीसी राजेंद्र प्रसाद कहां हैं, इसकी सूचना टीम के पास नहीं है. जिस वजह से एक बार फिर नए सिरे से उन्हें नोटिस जारी करने की तैयारी की जा रही है. ताकि वह जांच में सहयोग करने के लिए स्पेशल विजिलेंस यूनिट के समक्ष प्रस्तुत हो सकें.
वहीं, भ्रष्टाचार के इस मामले में मगध विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार सहित चार लोगों की गिरफ्तारी कर उन्हें जेल भेजा जा चुका है. इस मामले में मगध विश्वविद्यालय के कुलपति के खिलाफ भी मुकदमा दर्ज है. आय से अधिक संपत्ति के मामले में उनके ठिकानों पर छापेमारी भी की जा चुकी है लेकिन मामले में पूछताछ के लिए वीसी समय पर मौजूद नहीं रहे. इस वजह से उन्हें दोबारा नोटिस भेजी जाएगी.
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बता दें कि मगध यूनिवर्सिटी के कुलपति पर उत्तर पुस्तिका ओएमआर शीट किताबें खरीद कर 30 करोड़ के सार्वजनिक धन के गबन का आरोप है. जिसको लेकर स्पेशल विजिलेंस यूनिट ने 17 नवंबर को कुलपति राजेंद्र प्रसाद के कार्यालय और गोरखपुर में उनके आवास पर छापा मारा था. वीसी और उनके सहायक सुबोध कुमार, विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार जितेंद्र कुमार के खिलाफ भी प्राथमिकी दर्ज होने के बाद छापेमारी की गई थी.
मगध विश्वविद्यालय के दागी कुलपति डॉक्टर राजेंद्र प्रसाद के ठिकानों पर छापेमारी के बाद उन्होंने परीक्षा नियंत्रक डॉक्टर भुगुनाथ प्रसाद को कई बार फोन कर धमकी भी दी. जिसके बाद परीक्षा नियंत्रक ने स्पेशल विजिलेंस यूनिट को ईमेल के माध्यम से शिकायत की थी. जिस वजह से विजिलेंस ने भ्रष्टाचार के आरोपी चार लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है. लेकिन इस मामले में वीसी पर कार्रवाई अभी बाकी है और वो बचते आ रहे हैं.
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