पटना: केंद्र सरकार ने संसद का विशेष सत्र बुलाया है. विशेष सत्र को लेकर सियासत शुरू हो गई है. जेडीयू ने केंद्र पर गंभीर आरोप लगाए हैं. पार्टी की ओर से कहा गया है कि केंद्र सरकार ने नियम कानून का पालन नहीं किया, साथ ही गणेश चतुर्थी के दिन विशेष सत्र बुलाया गया जो हिंदू विरोधी काम है. जदयू प्रवक्ता नीरज कुमार ने सरकार पर हमला करते हुए सवाल किया कि बैठक की मंजूरी कब ली.
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"किस हक से आपने संसद का विशेष सत्र बुलाया है. सत्र बुलाए जाने से पहले कमेटी की बैठक होती है, जिसमें पक्ष और विपक्ष के नेता मौजूद होते हैं. उसके बाद राष्ट्रपति को भेजा जाता है उसके बाद मंजूरी मिलती है. आपने कौन सी मंजूरी ली और कब बैठक हुई."- नीरज कुमार, जदयू के मुख्य प्रवक्ता
हिंदू विरोधी है सरकारः नीरज कुमार ने कहा कि जिस दिन गणेश चतुर्थी की शुरुआत होती है, उसी दिन संसद का विशेष सत्र बुलाया जा रहा है. यह हिंदू विरोधी कार्य है. ये लोग पाखंडी हैं. केवल हिंदुओं के बारे में बात करते हैं लेकिन खुद इसका ख्याल नहीं रखते. उनका कहना था कि गणेश चतुर्थी हिंदुओं का प्रमुख त्योहार होता है. इस दिन से सत्र बुलाकार हिंदुओं की आस्था का अपमान किया है. यह सरकार हिंदू विरोधी है.
संविधान की धज्जियां उड़ा रहे हैंः नीरज कुमार ने कहा कि इंडिया गठबंधन बनने के बाद इनके पेट में दर्द हो रहा है. इंडिया गठबंधन को इन्होंने इंडिया मुजाहिदीन भी कहा था. उन्होंने भाजपा पर भीमराव अंबेडकर के संविधान को बदलने के प्रयास का आरोप लगाया. कहा, ये लोग भयभीत हैं डरे हुए हैं इसीलिए संविधान की धज्जियां उड़ा रहे हैं. नीरज ने कहा कि संविधान के 85 ए के मुताबिक संसद समिति की बैठक कब हुई किस समय हुई यह केंद्र सरकार को बताना चाहिए.