पटना: बिहार में कोरोना संक्रमण के फैलते रफ्तार को देखते हुए 16 अगस्त तक लॉकडाउन लागू किया गया है. इसको लेकर राजधानी पटना स्थित संजय गांधी जैविक उद्यान समेत अन्य पार्क भी बंद है. बंदी के दौरान जू में जानवरों की स्थिति कैसी है. इसका जायजा हमारे ईटीवी भारत संवाददाता ने लिया.
ईटीवी भारत संवाददाता ने जब पटना जू के निदेशक अमित कुमार से बात की तो उन्होंने बताया कि संक्रमण के कारण पटना के सभी जू और पार्क को सरकार के आदेश के बाद बंद कर दिया गया था. उन्होंने बताया कि संक्रमण काल के दौरान जू में जितने भी जानवर है, सभी का खास ध्यान रखा जा रहा है.
![पटना जू के अंदर कार्य कर रहे कर्मी](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/br-pat-04-patnazooaaurparklockdownkwkaranband-pkg-bh10040_10082020170832_1008f_01905_882.jpg)
केयरटेकरों को दिया गया है खास ट्रेनिंग
संजय गांधी जैविक उद्यान के निदेशक अमित कुमार ने बताया कि संक्रमण काल में जू में जानवरों का खास ध्यान रखा जा रहा है. जू के सभी जानवर सुरक्षित और स्वस्थ हैं. जानवरों का समय-समय पर सेहत जांच की जा रही है. जानवरों के केयरटेकर को जू से बाहर निकलने की अनुमति नहीं दी गई है. केयरटेकरों की रहने और खाने की व्यवस्थी भी जू प्रशासन ने ही की है. कोई भी केयरटेकर जू से बाहर नहीं निकलता है. सभी कर्मी भी जू के अंदर रहकर ही ड्यूटी कर रहे हैं.
16 अगस्त तक बिहार में लॉकडाउन
बता दें कि संक्रमण के कारण लागू पहले लॉकडाउन में ही पटना के जू को बंद कर दिया गया था. हालांकि, अनलॉक-1 में लोगों की सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए जू समेत पटने के अन्य पार्कों को आम लोगों के लिए खोला गया था. लेकिन बिहार में संक्रमण के बढ़ते रफ्तार को देखते हुए राज्य सरकार ने एक बार फिर से बिहार भर में 16 अगस्त तक लॉकडाउन को आगे बढ़ाया था. जिस वजह से जू को फिर से आम लोगों के लिए बंद कर दिया गया था. बता दें कि जू में सामान्य दिनों में लगभग 5 हजार लोग प्रतिदिन टहलने और योग करने के लिए आया करते थे.