पटना: रविवार के दिन साल का पहला और सबसे लंबा सूर्य ग्रहण लगा. राजधानी पटना में यह 10:37 से 2:09 तक चला और इस दौरान सूर्य ग्रहण 12:24 पर अपने पीक पर रहा. ये ग्रहण श्री कृष्ण विज्ञान केंद्र में दिखाया गया. इसके लिए कई प्रकार के टेलीस्कोप भी लगाए गए थे.
![patna](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/bh-pat-03-sri-krishna-vigyan-kendra-me-baccho-ne-dekha-solar-eclipse-pkg-7204423_21062020145222_2106f_01305_136.jpg)
पटना में यह सूर्य ग्रहण आंशिक सूर्य ग्रहण रहा और अपने पीक पर ग्रहण 90% से ज्यादा ढका हुआ नजर आया. इसको लेकर श्री कृष्ण विज्ञान केंद्र में सूर्य ग्रहण को कार्ड बोर्ड पर उतारा गया. हालांकि कोरोना वायरस के खतरे को देखते हुए आम लोगों के प्रवेश पर रोक लगी रही. सिर्फ मीडियाकर्मियों के ही जाने की अनुमति थी.
![patna](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/bh-pat-02-sri-krishna-vigyan-kendra-me-dikhaya-gya-solar-eclipse-pkg-7204423_21062020135054_2106f_01099_1108.jpg)
कोरोना के कारण आम लोग रहे दूर
श्री कृष्ण विज्ञान केंद्र के शिक्षा पदाधिकारी विश्वनाथ गुप्ता ने बताया कि कोरोना संक्रमण के मद्देनजर आम लोगों को इस बार सूर्य ग्रहण दिखाने की अनुमति नहीं दी गई है. लेकिन डिजिटल माध्यम से सूर्य ग्रहण को दिखाया जा रहा है. उन्होंने बताया कि सूर्य ग्रहण को लेकर कई प्रकार के लोगों में भ्रांतियां रहती है. इसी भ्रांतियों को दूर करने के लिए विज्ञान केंद्र साइंटिफिक अप्रोच के साथ लोगों को ये ग्रहण दिखा रहा है.
90% से ज्यादा सूर्य का ढका रहा भाग
विश्वनाथ गुप्ता ने बताया कि सूर्य ग्रहण दिखाने के लिए कंपाउंड टेलीस्कोप, सोलर फिल्टर ग्लास और वेल्डिंग ग्लास का प्रयोग किया गया. इसके माध्यम से सूर्य ग्रहण दिखाया गया. उन्होंने बताया कि ग्रहण जब अपने पीक पर था, तो 90% से ज्यादा सूर्य का भाग ढका हुआ था. विश्वनाथ गुप्ता ने ये भी कहा कि जब पृथ्वी और सूर्य के बीच में चांद आ जाता है, तभी ग्रहण की स्थिति बनती है. उन्होंने बताया कि अगला सूर्य ग्रहण 14 दिसंबर को आ सकता है.