पटनाः बिहार की राजधानी पटना में पकड़े गए नशे के सौदागर ने (Smuggler arrested with banned drugs in Patna) कुछ ऐसे खुलासे किए, जिसे सुन पुलिस भी सकते में है. नशे की लत ने नई पीढ़ी को बर्बाद कर दिया है. कम उम्र के नौजवान नशे की खुराक के लिए चोरी और लूटपाट तक करने को आमादा हैं. पैसा नहीं रहने पर युवक दूसरे से लूटे गए मोबाइल, ज्वैलरी यहां तक की अपराध कर्म में उपयोग होने वाले कारतूस तक को गिरवी रख देते हैं. पत्रकार नगर थाना क्षेत्र के 90 फिट इलाके से गिरफ्तार तस्कर ने इसका खुलासा किया है.
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नशीली दवाओं की बड़ी खेप बरामदः हथियार, ज्वैलरी और चोरी का सामान गिरवी रखकर नशीली दवा बेचने वाला नशे का सौदागर पटना के पत्रकार नगर थाना क्षेत्र के 90 फीट इलाके से गिरफ्तार हुआ. वह दूसरे राज्यों में भी नशीली दवाएं पहुंचाता था. गिरफ्तारी के दौरान अफगानिस्तान और अन्य खाड़ी देशों से पंजाब लाए गए अफीम के लतियों को नशे के कम डोज में देने के काम में आने वाली प्रतिबंधित दवाओं का जखीरा मिला है. साथ ही प्रतिबंधित कफ सिरफ की खेप भी बरामद हुई है. इसके अलावा आठ जिंदा कारतूस, लूटे गए 33 मोबाइल, कुछ आभूषण के साथ ही लाखों रुपए भी पुलिस ने बरामद किये.
पंजाब में होती है इन दवाओं की तस्करीः नशीली दवाओं की तस्करी के बड़े रैकेट का खुलासा पत्रकार नगर थाने पहुंचे एएसपी सदर संदीप सिंह ने किया है. एएसपी संदीप सिंह ने इस पूरे मामले की जानकारी देते हुए बताया कि दवा तस्कर के पास से मिली प्रतिबंधित दवा पंजाब में अफगनिस्तान की बनी अफीम की लत को छुड़ाने के लिए पंजाब में इस्तेमाल किया जाता है. इस दवा के लिए पंजाब में कई बार लूटपाट और उस दौरान हत्या होने के भी कई मामले सामने आए हैं. यह प्रतिबंधित दवा पटना सहित अन्य जिलों में भी गिरफ्तार तस्कर पहुंचाने का काम कर रहा था.
कम उम्र के युवक गोली-पिस्तौल तक रखते हैं गिरवीः एएसपी संदीप ने बताया कि पूछताछ में अमरजीत ने बताया कि नशे की दवाएं उससे रिटेल में ज्यादातर कम उम्र के युवक लेते हैं और बदले में उनसे पैसा या फिर पैसा नहीं रहने पर मोबाइल, ज्वेलरी, या फिर गोली पिस्तौल तक गिरवी रख अपने नशे की लत को पूरा करते हैं. चाहे वह समान लूट का हो या छिनतई का, अमरजीत उसे बड़ी आसानी से गिरवी रख इस नशे के कारोबार को चला रहा था. संदीप सिंह बताते हैं अमरजीत ने पूछताछ में बताया है कि इस दवा को लेने के लिए ही नशे के लती युवक मोबाइल छिनतई या चोरी करते हैं और उसे गिरवी रख कर उससे दवा खरीदते हैं. कुछेक समय से पैसा चुका अपना गिरवी रखा सामान छुड़वा भी लेते हैं, तो कुछ समान गिरवी रखने के बाद नजर नहीं आते.
अमरजीत के पास से गिरवी रखी कारतूस और मोबाइल बरामदः एएसपी ने बताया कि अमरजीत अपनी पीठ पर बैग टांगे हुए था. इसमें नशे की दवाओं की खेप के एवज में गिरवी में रखे गए 33 मोबाइल फोन, आठ जिंदा कारतूस और कैश के अलावा नशीली दवाएं रखी हुई थी. पुलिस ने जब अमरजीत की बैग की तलाशी लेनी शुरू की वह बाइक छोड़ भागने लगा. इसके बाद पुलिस ने खदेड़ कर पकड़ लिया. वहीं बाइक पर कार्टन में रखी भारी मात्रा में नशीली दवाएं भी मिली.
नालंदा का रहने वाला है तस्करः गिरफ्तार तस्कर अमरजीत कुमार नालंदा के हिलसा थाना क्षेत्र के मई ग्राम का रहने वाला है. वह वर्तमान में आलमगंज थाना क्षेत्र के गुलजारबाज स्थित चैलीटाल तकिया में किराये के कमरे में रहता था. अमरजीत के पास से नशीली दवाओं के अलावा 4 लाख 29 हजार 920 रुपये कैश, 18 कीपैड मोबाइल, 15 स्क्रीन टच मोबाइल, एक एचपी लैपटॉप, 7.65 बोर की छह जिंदा कारतूस, 8 एमएम की दो जिंदा कारतूस के साथ कुछ आभूषण के अलावा एक बाइक भी बरामद की गई है.
पत्रकार नगर से बरामद हुई नशीली दवाएंः इस पूरे मामले की जानकारी पत्रकार नगर थाना प्रभारी ने ड्रग विभाग को दी. मामले की जानकारी मिलते ही मौके पर पहुंची ड्रग विभाग की टीम और पत्रकार नगर थाना की पुलिस ने देर रात की गई संयुक्त कार्रवाई के दौरान अमरजीत के आलमगंज वाले किराये के मकान मे छापेमारी की तो उस कमरे से भी भारी मात्रा अलग-अलग तरह की नशीली दवाओं का जखीरा बरामद किया गया.
ड्रग डील करते पकड़ा गया मास्टर माइंडः एएसपी ने बताया कि अमरजीत 90 फुट सड़क पर दवाओं की तस्करी करने आया था. खरीदार दो युवक पहले से कार लेकर वहां पहुंचे हुए थे. सड़क पर बेतरतीब तरीके से कार रोककर प्रतिबंधित दवाओं की डील करने की वजह से जाम लग गया. इसी दौरान गश्ती कर रहे पत्रकार नगर थानाध्यक्ष मनोरंजन भारती की नजर काले रंग की कार पर पड़ी. ठीक उसके आगे अमरजीत अपनी बाइक लगाकर इनदोनों युवकों को नशीली दवाओं की खेप की खपत में जुटा था. जैसे ही पुलिस वहां पहुंची कार सवार मौके से फरार हो गए और बाइक सवार अमरजीत को पुलिस ने पकड़ लिया.
दवा दुकान में काम करते-करते बना नशीली दवाओं का तस्करः एएसपी संदीप सिंह ने बताया कि इन दवाओं की तस्करी का मामला पटना में पहली बार सामने आया है. दरअसल अमरजीत पहले गोविंद मित्रा रोड दवा मंडी में काम करता था. शुरुआत में कमीशन के लिए कई अस्पतालों में दलालों के जरिये दवाओं को बेचता था. बाद में अमरजीत केवल नशीली दवाओं का बिक्रेता बन गया. इसका नेटवर्क इतना ज्यादा फैल गया कि बिहार के किसी भी जिले में बेखौफ होकर नशीली दवाओं की डिलीवरी करता था.
दूसरे राज्यों में भी भेजता था खेपः अमरजीत जिस बस के जरिये दूसरे राज्य व जिले में दवा को भेजता था उस बस की तस्वीर और रजिस्ट्रेशन नंबर भी खरीदार को भेज देता था. इससे उस जिले के खरीदार को उनकी नशे की दवाओं की यह अवैध खेप आसानी से हासिल ही जाए. अमरजीत हर दिन दो लाख रुपये से अधिक की नशीली दवाएं बेच देता था. पूछताछ के दौरान आरोपी ने अपने गिरोह में शामिल अपने कई साथियों के नाम भी बताये है.
बगैर प्रिस्क्रिप्शन के इन दवाओं को देने की मनाहीः नशीली दवाओं की जांच कर रहे औषधीय निरीक्षक ने बताया कि देर रात आरोपी के आलमगंज वाले कमरे से कई कार्टन अवैध नशे की दवाओं की खेप बरामद की गई है और अमरजीत के पास से जो दवाएं मिली है. उसमें से कई टैबलेट या फिर अधिक मात्रा में कफ शिरप लेने से कोई भी शख्स बेहोश हो सकता है और बरामद इंजेक्शन तो बहुत बड़े नशे के लतियों के नशे की लत को पूरा करने का काम करती है. ये इतना हार्ड है कि इसका उपयोग नशेड़ी नशे के लिए करते हैं और थोड़ी सी मात्रा अधिक होने पर हमेशा के लिए दुनिया को अलविदा कह जाते हैं.
"नशे की दवाएं उससे रिटेल में ज्यादातर कम उम्र के युवक लेते हैं और बदले में उनसे पैसा या फिर पैसा नहीं रहने पर मोबाइल, ज्वेलरी, या फिर गोली पिस्तौल तक गिरवी रख अपने नशे की लत को पूरा करते हैं. दवा तस्कर के पास से मिली प्रतिबंधित दवा पंजाब में अफगनिस्तान की बनी अफीम की लत को छुड़ाने के लिए पंजाब में इस्तेमाल किया जाता है" -संदीप सिंह, एएसपी, सदर