पटना: राजधानी पटना में नगर निगम चुनाव (Patna Municipal Corporation Election) संपन्न हो गया. सीता साहू ने एक बार फिर से मेयर पद पर कब्जा जमाने में सफल रही है. खास बात यह है कि पटना नगर निगम के मेयर के पिछले कार्यकाल में सशक्त स्थाई समिति के सात में से छह सदस्यों ने भी इस जीत हासिल की है. पहली बार नगर निगम चुनाव में जनता के मतों से मेयर और डिप्टी मेयर के उम्मीदवार चुने गए हैं.
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यह जनता के विश्वास की जीत : सीता साहू मेयर पद पर विजयी (Patna Mayor Election) होने के बाद कहा कि यह जनता के विश्वास की जीत है. जनता ने उनके कार्यों पर विश्वास करके उन्हें भारी अंतर से जिताया है. जनता ने जो उन पर प्यार और स्नेह दिया है, वह उस पर खरा उतरने के लिए काम करेंगी. सीता साहू ने कहा कि उन्होंने पिछले कार्यकाल में जितने भी काम किए हैं, उसे और आगे बढ़ाना है. काम को तेजी से करना है. पटना के विकास को बढ़ाना है और पटना को स्वच्छता में नंबर वन बनाने के लिए काम करना है.
क्या है सशक्त स्थायी समिति?: निगम की सशक्त स्थायी समिति (Empowered Standing Committee) मेयर की कैबिनेट होती है. जिसमें सात सदस्य पार्षद होते हैं. इन्हे मेयर द्वारा मनोनीत किया जाता है. डिप्टी मेयर पदेन सदस्य होते हैं. जो मेयर की अनुपस्थिति में समिति की बैठकों की अध्यक्षता करते हैं. इनका कार्यकाल भी मेयर की तरह पांच साल का ही होता है. निगम में कोई भी नई योजना लागू करने से पहले सशक्त स्थायी समिति में लाना होता है. 50 लाख तक की योजना समिति अपने स्तर से पास कर सकती है. इससे अधिक राशि की योजना को निगम बोर्ड की बैठक में लाना जरूरी होता है. वहां अगर मुहर लगती है तभी योजना पास होती है. नए प्रस्ताव में सशक्त स्थायी समिति को एक करोड़ तक की योजना पास करने का अधिकार देने की बात है.
जीते हुए प्रत्याशियों के नाम:जीत हासिल करने वालों में आशीष कुमार सिन्हा ने वार्ड 38, कावेरी सिंह ने वार्ड 30, इंद्रजीत चंद्रवंशी ने वार्ड 48, श्वेता राय ने वार्ड 14, दीपा रानी खान ने वार्ड पांच और मनोज जायसवाल ने वार्ड 68 से जीत हासिल की है। पूर्व की सशक्त स्थाई समिति की सदस्य स्मिता रानी अपनी इस सीट को नहीं बचा पाई और वार्ड 57 से वह अपना सीट गंवा बैठी.