पटना: प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय के स्थानीय शाखा मसौढ़ी की ब्रह्मकुमारी बहनों ने जेल के अधीक्षक, जेलर सहित जेल में बंद लगभग 130 कैदियों को राखी बांधी है. इसके साथ ही उन्हें समाज के मुख्य धारा से जुड़ने की शपथ भी दिलाई. रक्षाबंधन के पावन मौके पर ब्रह्मकुमारी बहनें जेल के अंदर बंद कैदियों के बीच जाकर राखी का त्योहार मनाने पहुंची थी. राखी उत्सव में कैदियों को राखी बांधने के बाद ब्रह्माकुमारी बहन आभा कुमारी ने उनसे बुराइयों को त्यागने का वचन लिया.
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उत्साह के साथ मनाया गया रक्षाबंधन का त्योहार: कैदियों को शपथ दिलाई गई कि वो जेल से बाहर निकालने के बाद समाज के मुख्य धारा से जुड़कर सामाजिक कार्यों में अपने जीवन के दायित्व का निर्वहन करेंगे. इस मौके पर ब्रह्माकुमारी सुरुची ने बताया कि यह ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय के देश-विदेश स्थित सभी सेवा केंद्रों एवं गीता ज्ञान पाठशालाओं पर रक्षाबंधन का त्योहार हर साल बड़े ही उत्साह एवं धूमधाम के साथ मनाया जाता है.
"राखी उत्सव के इस मौके पर सभी बुराइयों को त्यागने एवं ज्ञान, सद्गुण और अच्छाइयां धारण करने की प्रतिज्ञा कराई गई है. इसके अलावा अनुमंडल कार्यालय में जाकर अनुमंडल पदाधिकारी समेत अनुमंडल के सभी पदाधिकारी अधिकारी एवं स्टाफ को भी राखी बांधकर उन्हें सामाजिक कार्यों के दायित्व का निर्वहन करने का संकल्प दिलाया गया है."-सुरुची, ब्रह्माकुमारी
कैदियों ने ब्रह्माकुमारी को दिया वचन: मसौढ़ी जेल में रक्षाबंधन के दौरान राखी बांधकर किसी भी प्रकार की भौतिक वस्तु या पैसे आदि न लेते हुए उन कैदी भाईयों से कोई एक दुर्गुण छोड़ने का संकल्प कराया गया. परमात्मा का संदेश प्रदान किया गया. बहन सुरुची ने कहा कि उनके लिए भाई की तरफ से दिया गया उपहार दुनिया की सबसे बड़ी चीज होगी. कैदियों ने भी बहनों को वचन दिया कि वह जेल से बाहर निकलकर समाज के मुख्य धारा से जुड़कर काम करेंगे. राखी महोत्सव में बहन आभा, बहन सुरुची, भाई विश्व मोहन कुमार ,सूर्यमोहन कुमार, विकास कुमार, जेलर मिथिलेश कुमार आदि शामिल रहे.