पटना: लॉकडाउन के कारण ईद के बाजारों से रौनक गायब नजर आ गई है. सब्जी बाग और अशोक राजपथ इलाके की दुकानें ईद के समय ग्राहकों से गुलजार रहता था. लेकिन इस साल कोरोना वायरस और इसको लेकर लगाए गए लॉकडाउन के कारण बाजार सूना है. इससे बिक्री काफी फीकी है. पिछले वर्ष के मुकाबले इस साल ईद के बाजारों में सिर्फ 25% तक की बिक्री हुई है.
कोरोना वायरस और लॉकडाउन का असर ईद के बाजारों में साफ नजर आ रहा है. कभी ग्राहकों से गुलजार रहने वाले बाजार अशोक राजपथ और सब्जी बाग इलाके में इक्का दुक्का ही ग्राहक नजर आ रहे हैं. लॉकडाउन के कारण बहुत कम लोग ही खरीदारी करने घरों से निकल रहे हैं. खासकर इस साल बहुत ही कम संख्या में महिलाएं बाजारों में देखी जा रही हैं. दुकानदार कहते हैं कि कपड़ों की दुकानें खुली है. जूते चप्पल की दुकानें खुली हैं. सेवइयों की दुकानें खुली हैं. लेकिन इन दुकानों से ग्राहक नदारद है. बहुत कम ग्राहक ईद की खरीदारी करने बाजारों में निकल रहे हैं. जिस कारण दुकानदारी पूरी तरह से चौपट है.
संक्रमण के डर से नहीं निकल रहे लोग
पटना के सब्जी बाग इलाके में सेवईयां और ड्राई फ्रूट्स बेच रहे मोहम्मद शमीम कहते हैं कि इस वर्ष लॉकडाउन की वजह से बाजारों से रौनक गायब है. लोग डर कर और संभल कर खरीदारी कर रहे हैं. लोगों में कहीं ना कहीं संक्रमण का डर है. इसलिए लोग घरों से कम निकल रहे हैं. साथ ही जो लोग निकल रहे हैं, वह इस संक्रमण के कारण भीड़ भाड़ वाले दुकानों पर जाने से परहेज करते नजर आ रहे हैं. इस कारण बाजारों की स्थिति काफी खराब है.
ग्राहकों में नाराजगी
वहीं बाजारों में खरीदारी करने निकली कुछ महिलाओं ने बताया कि एक तरफ तो सरकार ने लॉकडाउन लगा दिया है. जिस कारण खाने के लाले पड़े हैं. इसी बीच ईद का पर्व भी आ गया. अब जैसे तैसे बचे हुए पैसों से थोड़ी बहुत खरीदारी कर इस पर्व को मना रहे हैं. साथ ही लॉकडाउन की वजह से बाजारों में नए डिजाइंस के जूते, चप्पल, कपड़े और श्रृंगार के सामान उपलब्ध नहीं है. इस कारण ग्राहकों में नाराजगी साफ देखी जा रही है.