पटना: राजधानी पटना से चौंकाने वाला मामला सामने आया है. आलमगंज थाना क्षेत्र के गायघाट स्थित गुलजारबाग उत्तर रक्षा महिला गृह से निकलकर एक युवती ने महिला रिमांड होम के अधीक्षिका बंदना गुप्ता (Gaighat Shelter Home superintendent bandana gupta) पर सनसनीखेज आरोप (shelter home scandal in patna) लगाया है. युवती महिला रिमांड होम से बाहर आने पर सीधे महिला थाने में पहुंची, जहां उसने कई राज खोले. युवती ने बताया कि, गायघाट स्थित उत्तर रक्षा गृह की अधीक्षिका बंदना गुप्ता द्वारा सवासिनों को नशे की सुई देकर अवैध कारोबार करने पर मजबूर किया जाता है.
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युवती के इस आरोप से राजनीतिक गलियारे से लेकर विभागीय अधिकारियों में हड़कंप मच गया है. वहीं युवती ने महिला थाने में अपना दर्द बयां करते हुए आरोप लगाया कि, रिमांड होम की अधीक्षिका बंदना गुप्ता बन्द सवासिनों को नशे का इंजेक्शन दिलवाकर गलत काम करने के लिये उकसाती थीं. जब कोई सवासिन विरोध करती तो, अधीक्षिका द्वारा उसपर बेतहाशा जुल्म ढाया जाता था.
वहीं इस आरोप पर जांच करने पहुंचे समाज कल्याण विभाग के निदेशक राजकुमार ने रिमांड होम पहुंचकर सीसीटीवी कैमरे की जांच के साथ कई तथ्यों की भी जांच की, लेकिन कोई साक्ष्य नहीं मिला. निदेशक राजकुमार ने बताया कि, युवती इस तरह का आरोप क्यों लगा रही है, यह तो मुझे पता नहीं है. लेकिन जो आरोप अधीक्षिका पर लगाए गए हैं उसका कोई साक्ष्य नहीं मिल पाया है. फिर भी और भी तरीके से मामले की जांच की जा रही है.
युवती का आरोप है कि, 'अधीक्षिका की बात नहीं मानने पर या विरोध करने पर सवासिनों के साथ मारपीट की जाती है और उन्हें भूखा भी रखा जाता है. उत्तर रक्षा गृह में महिलाओं को इस कदर मजबूर कर दिया जाता है कि वे आत्महत्या करने को विवश हो जाती हैं. सुंदर लड़कियां मैडम की फेवरेट हैं. वे उन्हें खूब मानती हैं. जांच के बहाने उन्हें रिमांड से बाहर भेजा जाता है. लेकिन वैसी लड़कियां जो उनकी बात नहीं मानती वे उन्हें पहले तो परेशान करती हैं. फिर उन्हें मानसिक रूप से अस्वस्थ बता कर पागल खाने भेज दिया जाता है.'
'मामला संज्ञान में आया है. बालिका द्वारा जो बयान दिया गया है, उस पर जांच करवायी जा रही है. जो भी दोषी पाया जाएगा, उस पर कार्रवाई की जाएगी. तमाम बिंदुओं पर जांच करवायी जा रही है.' -मुकेश रंजन, अनुमंडलाधिकारी, पटना सिटी
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वहीं अब इस मामले में राजनीति भी शुरू हो गई है. राजधानी पटना के गायघाट शेल्टर होम (Gaighat Shelter Home Patna) मामले में जाप सुप्रीमो पप्पू यादव (JAP President Pappu Yadav) ने कड़ी कार्रवाई की मांग की है. उन्होंने कहा कि लड़कियों को नशा देकर गलत करने का प्रयास किया गया है. इसके लिए शेल्टर होम के संचालक पर सख्त कार्रवाई होनी चाहिए. बिहार में शेल्टर होम में ऐसी घटनाएं रुक नहीं रही है और जन अधिकार पार्टी इसको लेकर पूरे बिहार में आंदोलन करेगी.
बता दें कि पटना से पहले मुजफ्फरपुर शेल्टर होम कांड ने भी सभी को झकझोर कर रख दिया था. मुजफ्फरपुर केस तब प्रकाश में आया था, जब 26 मई 2018 में टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ सोशल साइंस (टीआईएसएस) ने बिहार सरकार को एक रिपोर्ट सौंपी थी. इसमें मुजफ्फरपुर शेल्टर होम में नाबालिग लड़कियों का यौन शोषण किए जाने का जिक्र किया गया था.
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विश्व भर में चर्चित मुजफ्फरपुर बालिका गृह कांड (Muzaffarpur Balika Grih Shelter Home Case) अनाथ, मासूम और बेघर बच्चियों पर दरिंदगी और जुल्म की कहानी है. ब्रजेश ठाकुर इसका मास्टरमांड है. ब्रजेश फिलहाल अपने 19 साथियों के साथ तिहाड़ जेल में उम्रकैद की सजा काट रहा है. एक दोषी रामानुज की जेल में ही मौत हो चुकी है. उस समय इस मामले को लेकर विपक्षी दलों ने सरकार पर जोरदार हमला किया था. इसके चलते तत्कालीन समाज कल्याण मंत्री मंजू वर्मा को पद से हटाना पड़ा था. बाद में मंजु वर्मा को अपने पति के साथ जेल जाना पड़ा था.
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