पटना : प्रदेश में कोरोना के प्रकोप को देखते हुए अब सरकार ने आइसोलेशन, ट्रीटमेंट सेंटर और क्वारन्टीन सेंटर में आयुष डॉक्टरों की भी सेवा लेने का फैसला किया है. आयुष डॉक्टर की सेवा लेने के संबंध में सभी जिलाधिकारियों, क्षेत्रीय अपर निदेशक और मुख्य चिकित्सा पदाधिकारियों को निर्देश जारी कर दिए गए हैं.
आयुष डॉक्टरों की सेवा लेने के लिए बना लिया जाए रोस्टर
स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव संजय कुमार ने पत्र में कहा है कि यह फैसला केंद्र सरकार के स्तर पर लिया गया है. इसलिए अब आइसोलेशन, ट्रीटमेंट सेंटर और सभी क्वारन्टीन सेंटर में आयुष डॉक्टरों की सेवा लेने के लिए रोस्टर बना लिया जाए.
हर पाली में रहेंगे डॉक्टर और एएनएम
प्रधान सचिव संजय कुमार ने पत्र में कहा है कि 50 बेड वाले सेंटर में हर पाली में 1 डॉक्टर, 2 एएनएम और अन्य पारा मेडिक्स रहेंगे. 50 से 100 बेड वाले सेंटर में हर पाली में 2 डॉक्टर, 2 एएनएम और अन्य पारा मेडिक्स, जबकि 100 से 200 बेड वाले सेंटर में हर पाली में 2 डॉक्टर के साथ 6 एएनएम और अन्य पारा मेडिक्स तैनात रहेंगे.