पटना: 370 और तीन तलाक पर कानून बनने के बाद JDU में अन्तर्विरोध जारी है. पार्टी 370 मामले पर दो खेमे में बंटती नजर आ रही है. वही सीएम की चुप्पी पर सवाल खड़े हो रहे हैं. नीतीश की चुप्पी के पीछे कांग्रेस के वरीय नेता रहस्य मान रहे हैं. जबकि विशेषज्ञ इसे अवसरवादी नेता मान रहे हैं.
370 पर पार्टी का स्टैंड क्लियर
बिहार की सत्ताधारी पार्टी JDU में 370 मामले पर एक राय नहीं बन पाई है. पार्टी जहां पहले विरोध करही थी वहीं बाद में पार्टी ने अपना फैसला बदल दिया. इस मुद्दे पर पार्टी प्रवक्ता राजीव रंजन ने कहा कि राष्ट्रीय महासचिव आरसीपी सिंह ने इस मुद्दे पर पार्टी का स्टैंड क्लियर कर दिया है. प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह भी कानून बनने के बाद इसका पालन करने की बात कह चुके हैं.
पार्टी में घमासान और सीएम की चुप्पी
हालांकि इसके बाद भी गुलाम रसूल बलियावी और श्याम रजक लगातार बयान देकर 370 का विरोध करते रहें हैं. केसी त्यागी का बयान भी किसी से छिपा नही है. ऐसे में पार्टी में दो खेमा बन हुआ है. पूरे मामले में आलाकमान नीतीश कुमार ने अपनी चुप्पी साध कर भ्रम की स्थिति बना दी है.
राजनीति से प्रेरित है JDU का स्टैंड
विवाद बढ़ने के बाद गुलाम रसूल बलियावी ने भी 370 मामले पर कुछ भी बोलने से मना कर दिया है. सूत्रों की मानें तो नीतीश कुमार के इशारे पर ही फिलहाल बलियावी ने ऐसा किया है. ऐसे विशेषज्ञ JDU के स्टैंड को वोट बैंक की राजनीति से प्रेरित बता रहे हैं. विशेषज्ञ एनके चौधरी का कहना है इस मुद्दे पर जनता के भारी समर्थन को देख JDU ने अपना स्टैंड बदला है. एनके के मुताबिक नीतीश कुमार की यह अवसरवादिता की राजनीति है.
नीतीश के चुप्पी के पीछे छिपा है राज
वहीं कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सदानंद सिंह ने कहा कि नीतीश कुमार सामाजिक आंदोलन के प्रणेता का अनुसरण करते रहे हैं. ऐसे में सीएम को अनुच्छेद 370, तीन तलाक का विरोध करना था. नीतीश की चुप्पी पर भी सदानंद सिंह का मानना हैं कि इसमें भी कुछ ना कुछ रहस्य होगा.
आने वाले दिन JDU के लिए कठिन
गौरतलब है कि JDU में 370 और तीन तलाक पर घमासान मचा है. पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के बीच ही बयानबाजी जोरों पर है. महासचिव आरसीपी सिंह 370 पर सरकार को समर्थन देते हैं वही नीतीश के मंत्री श्याम रजक और एमएलसी गूलाम रसूल बलियावी इसे मानने को तैयार नहीं हैं. दूसरी तरफ राष्ट्रीय अध्यक्ष ने भी चुप्पी साध रखी है. इससे तय है कि उस चुप्पी में भी कुछ ना कुछ रहस्य हो सकता है. क्योंकि आने वाले समय में कॉमन सिविल कोड पर भी बीजेपी कोई बड़ा फैसला ले सकती है. वही राम मंदिर निर्माण पर भी बीजेपी के अगले कदम का इंतजार है.