पटना: बिहार में साल 2016 से पूर्ण शराबबंदी (liquor ban in bihar) है. इसके बावजूद भी जहरीली शराब से मौत का सिलसिला खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है. बिहार में जहरीली शराब से लगातार हो रही मौत के बाद बिहार पुलिस प्रशासन सजग हो गई है. नालंदा शराब कांड मामले में DGP ने जांच टीम गठित की है. जांच के लिये ADG लॉ एंड ऑर्डर (ADG Law And Order In Nalanda) और IG मद्य निषेध अमृत राज खुद नालंदा पहुंचे और पूरे मामले की जांच की.
यह भी पढ़ें- नालंदा शराब कांड: 62 घरों के बाहर नोटिस चस्पा, अवैध कब्जा पर भूमि सुधार विभाग की कार्रवाई
नालंदा पहुच कर नालंदा SP अशोक मिश्र से घटना की विस्तृत जानकारी ली गई है. साथ ही मृतक के परिजनों से भी मुलाकात की जाएगी और नालंदा पुलिस के द्वारा अबतक की गई जांच की भी समीक्षा होगी. आपको बता दें कि, जहरीली शराब का कहर रविवार को भी जारी रहा. रविवार को यानी कल 3 और लोगों की मौत हो गई है. सभी मृतक छोटी पहाड़ी मोहल्ले के रहने वाले थे.
जहरीली शराब पीने से मरने वाले लोगों की कुल संख्या 13 हो गई है. अभी भी 3 लोग अस्पताल में इलाज करवा रहे हैं. दरअसल बिहार पुलिस मुख्यालय के विशेष सूत्रों से मिल रही जानकारी के अनुसार प्रथम दृष्टया में शराब के वजह से मौत की पुष्टि हुई है. हालांकि सभी बिंदुओं पर जांच के बाद ही पुलिस मुख्यालय कुछ भी बोलेगी. फिलहाल छोटी पहाड़ी इलाके में लगातार छापेमारी अभियान भी चलाया जा रहा है.
ये भी पढ़ें- नालंदा में जहरीली शराब से मौत पर पप्पू यादव ने बिहार सरकार को कोसा, कहा- शराबबंदी पर पुनर्विचार करिये नीतीश जी
मृतकों के परिजनों के बयान पर पुलिस ने 5 मामले भी दर्ज किए हैं जबकि 6 मामला उत्पाद विभाग के द्वारा दर्ज कराया गया है. जहरीली शराब कांड मामले में पांच शराब माफियाओं की गिरफ्तारी की गई है और थाना अध्यक्ष को सस्पेंड भी किया गया है. आपको बता दें कि, नालंदा में जहरीली शराब से मौत का यह कोई पहला मामला नहीं है. इससे पहले भी नालंदा, गोपालगंज, सिवान, मुजफ्फरपुर सहित अन्य जिलों में जहरीली शराब से सैकड़ों लोगों की मौत हो चुकी है.
ये भी पढ़ें- नालंदा में जहरीली शराब से मौत पर विपक्ष ने सीएम नीतीश पर बोला हमला, मांगा इस्तीफा
विश्वसनीय खबरों को देखने के लिए डाउनलोड करें ETV BHARAT APP