पटनाः पूरे देश में बसंत पंचमी के मौके पर माता सरस्वती की पूजा धूमधाम से की जाती है. इस बार सरस्वती पूजा 16 फरवरी को मनाया जाएगा. इसे लेकर तैयारियां शुरू हो चुकी हैं. शैक्षणिक संस्थान से लेकर पूजा पंडाल समितियां भी तैयारयों में लग गई हैं. इसी कड़ी में मूर्तिकार भी मूर्तियों को फाइनल टच देने में जुट गए हैं.
सरस्वती पूजा में कमाई बढ़ाने में जुटे मूर्तीकार
कोरोना काल में इस बार दशहरा, दिवाली के मौके पर सभी मूर्तिकार बेरोजगार हो गए थे. हर साल की तुलना में इस बार उन्हें काफी कम मूर्तियों का आर्डर मिला था. कारीगर सरस्वती पूजा में अपनी कमाई को फिर से बढाने को लेकर पूरे तन मन से जुट गए हैं. मसौढ़ी के कुम्हरटोली मोहल्ले के शशिभूषण पंडित पिछले कई सालों से मूर्ति बना कर अपनी रोजी रोटी कमाते हैं. उन्होंने बताया कि उनकी बेटियां भी मूर्ती बनाने में उनकी मदद कर रही है.
"कोरोना की वजह से दिवाली दशहरा के मौके पर कोई ऑडर्र नहीं मिला. इससे हम बेरोजगार हो गए हैं. घर चलाने में हमें काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है."- शशिभूषण पंडित, कुम्हारटोली
सरस्वती पूजा में आर्थिक स्थिति सुधरने की उम्मीद
मूर्तिकार शशिभूषण पंडित ने बताया कि कोरोना काल में काम धंधा चौपट हो गया था. इससे उनकी आर्थिक स्थिति काफी दयनीय हो गई थी. ऐसे में अब उन्हें सरस्वती पूजा पर कमाई करने की काफी उम्मीदें हैं.