पटना: केंद्रीय मंत्री साध्वी निरंजन ज्योति आज पटना पहुंचीं. पटना एयरपोर्ट पर पत्रकारों से बातचीत करते हुए उन्होंने जमकर इंडिया गठबंधन और बिहार के शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर पर हमला किया. उन्होंने कहा कि जिस तरह से सनातन धर्म को लेकर इंडिया गठबंधन के लोग बयान दे रहे हैं, उससे ऐसा लगता है कि मुंबई की बैठक के बाद इन लोगों ने एक लक्ष्य ही बना लिया है कि सनातन धर्म पर चोट किया जाय.
साध्वी निरंजन ज्योति का I.N.D.I.A पर हमला: केंद्रीय मंत्री साध्वी निरंजन ज्योति ने कहा कि पहले ये पीएम मोदी का विरोध करते थे. फिर देश का विरोध करने लगे और अब सनातन धर्म का विरोध करने लग गए हैं. अपनी सभ्यता संस्कृति पर ही हमला कर रहे हैं. पता नहीं ऐसा विरोध करके वह क्या जताना चाहते हैं. साथ ही उन्होंने कहा कि कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष के बेटे या तमिलनाडु के मंत्री जिस तरह से सनातन धर्म को लेकर बयान बाजी करते हैं, कांग्रेस के बड़े नेता या गठबंधन के कोई नेता इसको लेकर कुछ नहीं बोलते हैं.
"देश का दुर्भाग्य है कि राजनीति का स्तर इतना गिर गया है. प्रधानमंत्री विश्व में भारत का गौरव बढ़ा रहे हैं. जी 20 में विश्व के बड़ी-बड़ी शख्सियत पहुंची और प्रशंसा करके गए. राजनीति में विचारों का विरोध होना चाहिए लेकिन सनातन का विरोध करना दुर्भाग्यपूर्ण है. इन लोगों ने एक सोची समझी रणनीति के तहत सनातन धर्म पर प्रहार करने का काम किया है और आगे भी यह लोग करते रहेंगे. राहुल गांधी कहते हैं कि वह गीता पढ़े हुए हैं, लेकिन गीता में सबसे पहले धर्म की रक्षा करने की बात कही गई है. अगर वह पढ़े रहते तो उन्हें पता होता."- साध्वी निरंजन ज्योति, केंद्रीय मंत्री
'रामचरितमानस का खंडन करना मतलब गरीबों का खंडन': केंद्रीय मंत्री ने कहा कि सनातन धर्म को डेंगू, मलेरिया और कोरोना जैसी उपाधि दी जा रही है. बिहार के शिक्षा मंत्री रामचरितमानस को लेकर विवादित बयान दे रहे हैं. रामचरितमानस का खंडन करना मतलब गरीबों का खंडन करना है. मैं निषाद समाज से अपील करूंगी कि ऐसे नेताओं का पुरजोर विरोध करें. जो बाला साहब ठाकरे हिंदुत्व को लेकर आगे बढ़े थे, उनके बेटे उद्धव ठाकरे भी ऐसे लोगों का साथ दे रहे हैं और उनके साथ खड़े हैं.
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि जब कोई सैनिक बनता है तो गीता की कसम खाकर कहता है कि वह देश की सेवा करेगा. किसी धर्म का विरोध हम नहीं करते हैं. मोदी सरकार लोगों का धर्म देखकर विकास नहीं करती है बल्कि सभी को समान रूप से योजनाओं का लाभ पहुंचे इसका ध्यान रखा जाता है. जिस सनातन को रावण और कंस जैसे अधर्मी नहीं मिटा सके, वह सनातन स्टालिन के बेटे और विपक्षी नेताओं के करने से भी कभी खत्म नहीं हो सकता है.
"जो सनातन रावण के मिटाने से नहीं मिटा, जो सनातन कंस की तलवार से नहीं मिटा, वो सनातन क्या मिटेगा स्टालिन के बेटे के कहने से.."-साध्वी निरंजन ज्योति, केंद्रीय मंत्री