पटनाः बिहार में जातीय जनगणना की रिपोर्ट जारी होने के बाद से सियासत शुरू हो गई है. लालू प्रसाद यादव ने जातीय जनगणना को लेकर बड़ा बयान दिया था. उन्होंने ट्विट कर कहा था कि 'कैंसर का इलाज सिरदर्द की दवा खाने से नहीं होगा'. इसपर सम्राट चौधरी ने पलटवार करते हुए कहा था कि 'लालू यादव खुद जातीय उन्माद का कैंसर हैं'. सम्राट चौधरी के इस बयान के बाद लालू यादव के बेटे तेज प्रताप यादव ने पलटवार किया है.
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हैसियत पर सवालः तेज प्रताप यादव ने सम्राट चौधरी पर निशाना साधने के साथ साथ उनके पिता को भी नहीं छोड़ा. उन्होंने कहा कि सम्राट चौधरी की हैसियत क्या है? तेज प्रताप का कहना है कि लालू यादव के सामने सम्राट चौधरी की कोई हैसियत नहीं है. इस दौरान उन्होंने सम्राट चौधरी को शकुनी मामा का पुत्र कहा. उन्होंने कहा कि सम्राट चौधरी उस शकुनी मामा के पुत्र हैं, जिन्होंने महाभारत करवाया.
"सम्राट चौधरी होते कौन हैं बोलने वाले? लालू जी के सामने सम्राट चौधरी की कोई हैसियत है? सम्राट चौधरी तो खुद शकुनी मामा के पुत्र हैं, जिन्होंने महाभारत करवाया." -तेज प्रताप यादव, पर्यावरण मंत्री
क्या बोले थे लालू यादवः दरअसल, लालू यादव ने जाति जनगणना के विरोध करने वालों लेकर ट्विट किया था, जिसमें उन्होंने लिखा था कि 'जातिगत जनगणना के विरुद्ध जो भी लोग है वो इंसानियत, सामाजिक, आर्थिक एवं राजनीतिक बराबरी तथा समानुपातिक प्रतिनिधित्व के खिलाफ हैं. ऐसे लोगों में रत्तीभर भी न्यायिक चरित्र नहीं होता है. असमानता व गैरबराबरी के ऐसे समर्थक अन्यायी प्रवृत्ति के होते हैं. जन्म से लेकर मृत्यु तक केवल दूसरों का हक खाकर श्रेष्ठता को बरकरार रखते हैं. कैंसर का इलाज सिरदर्द की दवा खाने से नहीं होगा.' इसी बयान सम्राट चौधरी ने पलटवार किया था.
कौन हैं सम्राट के पिता? दरअसल, सम्राट चौधरी शकुनी चौधरी के पुत्र हैं. सम्राट के पिता एक जाने माने नेता माने जाते हैं. शकुनी चौधरी समता पार्टी के संस्थापक भी हैं. शकुनी चौधरी का नाम कुशवाहा समाज में बड़े नेताओं में शुमार है. कभी शकुनी चौधरी और नीतीश कुमार दोनों मित्र थे. JDU में रहते हुए शकुनी चौधरी ने कई बार नरेंद्र मोदी के खिलाफ बयान दे चुके हैं. आज उन्हीं के पुत्र बिहार में भाजपा की डोर संभाल रहे हैं.