पटना: बिहार में जातीय जनगणना पर सियासत थमने का नाम नहीं ले रहा है. गणना सर्वेक्षण रिपोर्ट पर विपक्षी दल लगातार सवाल खड़े कर रहे हैं. बिहार विधान मंडल का शीतकालीन सत्र शुरू हो चुका है, लेकिन पहले ही दिन जोरदार हंगामा देखने को मिला. विपक्षी दलों ने अलग-अलग मुद्दों को लेकर सदन में जमकर बवाल किया. खासकर जातीय सर्वेक्षण रिपोर्ट को लेकर भाजपा के सदस्यों ने सरकार को घेरने की कोशिश की है.
जातीय गणना की रिपोर्ट में गड़बड़ी का आरोप: इसको लेकर बीजेपी के लोगों का साफ-साफ कहना है कि बिहार में जो जातीय गणना कराई गई है, उसके आंकड़े सही नहीं है. खास जातियों की संख्या को बढ़ाकर दिखाया गया है जो कहीं से ठीक नहीं है. इधर महागठबंधन के नेताओं का कहना है कि इसमें कहीं कोई गड़बड़ी नहीं है, बीजेपी के लोग दुष्प्रचार करने का काम कर रहे हैं.
सदन में सर्वेक्षण रिपोर्ट पर डिबेट की मांग: बिहार बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने कहा कि सरकार को जातीय गणना के आंकड़ों पर सदन में चर्चा करनी ही होगी. उन्होंने कहा कि सरकार ने कैसे-कैसे, क्या-क्या किया है और रिपोर्ट जारी करने की पूरी प्रक्रिया क्या है, ये हमें बताए और इसपर डिबेट कराए.
"बीजेपी ने बिहार सरकार से सदन में मांग किया कि कल जातीय सर्वेक्षण का रिपोर्ट प्रस्तूत किया जाएगा तो इसपर डिबेट कराई जाए, इसकी पूरी प्रक्रिया बताई जाए. सरकार ने इस चर्चा को लेकर समय बढ़ाने की मांग की थी, हमने कहा कि समय ले लीजिए लेकिन सदन में इस मुद्दे पर तर्क के साथ जवाब दीजिए."- सम्राट चौधरी, प्रदेश अध्यक्ष, बीजेपी
पढ़ें: बिहार विधान परिषद का शीतकालीन सत्र, जाति आधारित सर्वे की रिपोर्ट को लेकर विपक्ष का हंगामा