पटना: बिहार सरकार ने मल्लाह और बिंद जाति को अनुसूचित जाति कैटेगरी में शामिल करने का अनुरोध केंद्र सरकार से किया था, जिसे केंद्र सरकार ने रिजेक्ट कर दिया है. जिसको लेकर बिहार में सियासत तेज हो गई है. एक तरफ जहां राजद और कांग्रेस मुकेश सहनी और एनडीए सरकार पर हमला बोल रहे हैं. दूसरी तरफ बीजेपी और मुकेश सहनी ने इस मामले में चुप्पी साध ली है.
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'मुकेश सहनी को यह जवाब देना चाहिए कि उन्होंने जो चुनावी वायदा किया था उसका क्या हुआ. उन्होंने इसी वायदे के आधार पर लोगों से वोट ले लिया अब मंत्री बन चुके हैं और अब उन्हीं की सरकार ने उनका यह प्रपोजल रिजेक्ट कर दिया है. यह मल्लाह और बिंद समाज के साथ ना सिर्फ मुकेश साहनी बल्कि बीजेपी और जदयू का धोखा है. इस बारे में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को भी सामने आ कर जवाब देना चाहिए.' प्रेमचंद्र मिश्रा, विधान पार्षद, कांग्रेस
'दरअसल मुकेश सहनी मल्लाह समाज के लिए नहीं बल्कि खुद के भले के लिए काम कर रहे हैं. अगर उन्हें थोड़ी सी भी अपने समाज की चिंता है तो उन्हें इस मुद्दे पर तुरंत इस्तीफा देना चाहिए.'- सुबोध कुमार, राजद नेता
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बता दें कि इस मामले को लेकर जब पशुपालन मंत्री मुकेश सहनी से बात करने की कोशिश की गई, तो वह सामने आने से बचते रहे. बाद में उन्होंने अपना फोन भी ऑफ कर दिया. इधर बीजेपी नेता संजय मयूख से जब यह सवाल पूछा गया तो वह बिना जवाब दिए ही चलते बने.