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CBSE 10वीं की परीक्षा में गड़बड़ी के खिलाफ छात्रों का बवाल, स्कूल के बाहर किया प्रदर्शन - प्री बोर्ड में मार्क्स

सीबीएसई 10वीं के रिजल्ट (CBSE Class 10th Result) में गड़बड़ी का आरोप लगाकर असंतुष्ट छात्रों ने प्रदर्शन किया है. छात्रों का कहना है कि जो इंटरनल यूनिट टेस्ट के मार्क्स थे और प्री बोर्ड में नंबर आए थे, उसके आधार पर परिणाम में सुधार किया जाए.

परीक्षा में गड़बड़ी
परीक्षा में गड़बड़ी
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Published : Aug 4, 2021, 10:58 PM IST

पटना: मंगलवार को सीबीएसई 10वीं का रिजल्ट (CBSE Class 10th Result) जारी हुआ है और उसके बाद से विरोध भी शुरू हो गया है. बुधवार को खजांची रोड स्थित टी. राजा हाई स्कूल के बाहर असंतुष्ट छात्रों ने जमकर बवाल काटा. इनका आरोप है कि परिणाम में भारी गड़बड़ी की गई है.

ये भी पढ़ें- CBSE 10th Result: बांका में छात्रों का हंगामा, कहा- स्कूल टीचर से नहीं पढ़ा ट्यूशन तो दिए खराब नंबर

करीब 200 की संख्या में आए छात्र-छात्राओं ने स्कूल के बाहर जमकर प्रदर्शन किया. उनके साथ उनके अभिभावक भी मौजूद रहे. छात्रों ने आरोप लगाया कि स्कूल ने इंटरनल एग्जाम और प्री बोर्ड के एग्जाम के रिजल्ट के आधार पर मार्क्स तैयार करके सीबीएसई को नहीं भेजकर मनमाने तरीके से मार्क्स दे दिए गए हैं.

इन छात्रों का आरोप है कि उन लोगों का रिजल्ट काफी खराब आया है. जबकि स्कूल के तमाम एग्जाम में उनके अच्छे अंक आते थे. अब जब रिजल्ट को लेकर वे लोग स्कूल प्रशासन से मिलने पहुंचे तो कोई मिलने को तैयार नहीं है.

वहां मौजूद टी. राजा हाई स्कूल की छात्रा अर्पणा कुमारी ने बताया कि प्री बोर्ड में उनके काफी अच्छे नंबर आए थे. इंटरनल यूनिट टेस्ट हुए थे, उसमें भी उनके नंबर 90% से अधिक है, लेकिन जो रिजल्ट आया है वह 60% है.

छात्रा का दावा है कि आज तक कभी भी उसके ऐसे खराब मार्क्स नहीं आए हैं. उसकी मांग है कि स्कूल रिजल्ट में सुधार करें और जो इंटरनल यूनिट टेस्ट के मार्क्स थे और प्री बोर्ड में उन्होंने मार्क्स लाया है, उस आधार पर रिजल्ट तैयार किया जाए.

वहीं छात्र पीयूष सिन्हा ने बताया कि वह शुरू से आज तक सभी क्लास में 90% से अधिक लाने वाला छात्र रहा है. इंटरनल के आधार पर इस बार भी वह उम्मीद कर रहा था कि 95% से ऊपर मार्क्स आएगा, मगर रिजल्ट हैरान करने वाला रहा है. क्योंकि रिजल्ट 51 परसेंट आया है, जो कि असंभव है.

उसका कहना है कि जब इसको लेकर उसने मंगलवार को स्कूल प्रबंधन से बात की तो कहा गया कि इसमें स्कूल की कोई गलती नहीं है. स्कूल का अपना एफलिएशन नहीं है, ऐसे में मनेर के एक स्कूल से फॉर्म भरा गया था. उस स्कूल की गलती है, उसने बिना मार्क्स देखें एवरेज मार्किंग कर दी है.

ये भी पढ़ें- बड़ी खबर: बिहार में स्कूल, कोचिंग से लेकर खुलेंगे सिनेमा हॉल, ये रही जानकारी

एक अन्य छात्रा श्रुति कुमारी ने स्कूल के इंटरनल का मार्क्स दिखाते हुए कहा कि इंटरनल और प्री बोर्ड के आधार पर उनके 70% से अधिक मार्क्स आ रहे हैं, मगर जो रिजल्ट आया है उसमें किसी विषय में भी 50 से अधिक नंबर नहीं है. यह रिजल्ट पूरी तरह से फर्जी है और रिजल्ट में पूरी धांधली की गई है.

उसने मांग की है कि सीबीएसई इसकी जांच करे और इंटरनल की कॉपी चेक करे. इंटरनल में जो मार्क्स आया है, उसके आधार पर मार्किंग की जाये. उसने साफ कहा कि वह इस नतीजे से बिल्कुल भी खुश नहीं है.

वहीं, इस पूरे मसले पर जब ईटीवी भारत संवाददाता ने स्कूल प्रबंधन का पक्ष जानने की कोशिश की तो मीडिया को स्कूल में आने की अनुमति नहीं दी गई. प्राचार्य ने फोन ही रिसीव नहीं किया. स्कूल प्रबंधन ने स्कूल के मेन गेट पर पुलिस को बुलाकर ताला बंद करवा दिया. वहां मौजूद अभिभावकों ने कहा कि वह इस पूरे मसले को लेकर कोर्ट जाने की तैयारी कर रहे हैं.

पटना: मंगलवार को सीबीएसई 10वीं का रिजल्ट (CBSE Class 10th Result) जारी हुआ है और उसके बाद से विरोध भी शुरू हो गया है. बुधवार को खजांची रोड स्थित टी. राजा हाई स्कूल के बाहर असंतुष्ट छात्रों ने जमकर बवाल काटा. इनका आरोप है कि परिणाम में भारी गड़बड़ी की गई है.

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करीब 200 की संख्या में आए छात्र-छात्राओं ने स्कूल के बाहर जमकर प्रदर्शन किया. उनके साथ उनके अभिभावक भी मौजूद रहे. छात्रों ने आरोप लगाया कि स्कूल ने इंटरनल एग्जाम और प्री बोर्ड के एग्जाम के रिजल्ट के आधार पर मार्क्स तैयार करके सीबीएसई को नहीं भेजकर मनमाने तरीके से मार्क्स दे दिए गए हैं.

इन छात्रों का आरोप है कि उन लोगों का रिजल्ट काफी खराब आया है. जबकि स्कूल के तमाम एग्जाम में उनके अच्छे अंक आते थे. अब जब रिजल्ट को लेकर वे लोग स्कूल प्रशासन से मिलने पहुंचे तो कोई मिलने को तैयार नहीं है.

वहां मौजूद टी. राजा हाई स्कूल की छात्रा अर्पणा कुमारी ने बताया कि प्री बोर्ड में उनके काफी अच्छे नंबर आए थे. इंटरनल यूनिट टेस्ट हुए थे, उसमें भी उनके नंबर 90% से अधिक है, लेकिन जो रिजल्ट आया है वह 60% है.

छात्रा का दावा है कि आज तक कभी भी उसके ऐसे खराब मार्क्स नहीं आए हैं. उसकी मांग है कि स्कूल रिजल्ट में सुधार करें और जो इंटरनल यूनिट टेस्ट के मार्क्स थे और प्री बोर्ड में उन्होंने मार्क्स लाया है, उस आधार पर रिजल्ट तैयार किया जाए.

वहीं छात्र पीयूष सिन्हा ने बताया कि वह शुरू से आज तक सभी क्लास में 90% से अधिक लाने वाला छात्र रहा है. इंटरनल के आधार पर इस बार भी वह उम्मीद कर रहा था कि 95% से ऊपर मार्क्स आएगा, मगर रिजल्ट हैरान करने वाला रहा है. क्योंकि रिजल्ट 51 परसेंट आया है, जो कि असंभव है.

उसका कहना है कि जब इसको लेकर उसने मंगलवार को स्कूल प्रबंधन से बात की तो कहा गया कि इसमें स्कूल की कोई गलती नहीं है. स्कूल का अपना एफलिएशन नहीं है, ऐसे में मनेर के एक स्कूल से फॉर्म भरा गया था. उस स्कूल की गलती है, उसने बिना मार्क्स देखें एवरेज मार्किंग कर दी है.

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एक अन्य छात्रा श्रुति कुमारी ने स्कूल के इंटरनल का मार्क्स दिखाते हुए कहा कि इंटरनल और प्री बोर्ड के आधार पर उनके 70% से अधिक मार्क्स आ रहे हैं, मगर जो रिजल्ट आया है उसमें किसी विषय में भी 50 से अधिक नंबर नहीं है. यह रिजल्ट पूरी तरह से फर्जी है और रिजल्ट में पूरी धांधली की गई है.

उसने मांग की है कि सीबीएसई इसकी जांच करे और इंटरनल की कॉपी चेक करे. इंटरनल में जो मार्क्स आया है, उसके आधार पर मार्किंग की जाये. उसने साफ कहा कि वह इस नतीजे से बिल्कुल भी खुश नहीं है.

वहीं, इस पूरे मसले पर जब ईटीवी भारत संवाददाता ने स्कूल प्रबंधन का पक्ष जानने की कोशिश की तो मीडिया को स्कूल में आने की अनुमति नहीं दी गई. प्राचार्य ने फोन ही रिसीव नहीं किया. स्कूल प्रबंधन ने स्कूल के मेन गेट पर पुलिस को बुलाकर ताला बंद करवा दिया. वहां मौजूद अभिभावकों ने कहा कि वह इस पूरे मसले को लेकर कोर्ट जाने की तैयारी कर रहे हैं.

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