पटना: बिहार में सियासी तौर पर सबसे ताकतवार लालू परिवार का एक और सदस्य पॉलिटिकली काफी एक्टिव है. वो लालू प्रसाद यादव (Lalu Prasad Yadav) की दूसरे नंबर की बेटी रोहिणी आचार्य (Rohini Acharya) हैं. बिहार की सियासत (Bihar Politics) में लालू यादव के लौटने की तैयारी एक तरफ हो रही है. दूसरी तरफ इस बात की चर्चा भी जोरों पर है कि क्या लालू परिवार अब रोहिणी पर दांव लगाने की तैयारी में है. रोहिणी आचार्य जिस तरह से बिहार की सियासत से जुड़ी खबरों पर बेबाक तरीके से सोशल मीडिया फॉलोअर्स बटोर रही हैं, उससे पार्टी के अंदर यह चर्चा जोरों पर है.
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बैठकों के दौरान जोरों पर थी चर्चा
राष्ट्रीय जनता दल के स्थापना दिवस के 25वें साल को लेकर पार्टी में बैठकों के दौरान यह चर्चा जोरों पर थी कि रोहिणी आचार्य बहुत जल्द बिहार की एक्टिव पॉलिटिक्स में दिख सकती हैं. इसकी पूरी तैयारी सोशल मीडिया पर उनके बेबाक बयानों से नजर आ रही है. लोकसभा चुनाव में अभी काफी देरी है लेकिन उसकी पटकथा अभी से लिखी जा रही है. इस बात की चर्चा भी है कि कहीं न कहीं लालू यादव भी चाहते हैं कि पाटलिपुत्र लोकसभा क्षेत्र से इस बार रोहिणी आचार्य अपनी किस्मत आजमाएं. क्योंकि मीसा भारती दो बार वहां से चुनाव हार चुकी हैं.
बिहार की सियासत पर नजर रखती हैं रोहिणी
रोहिणी आचार्य चुनाव लड़ेंगी या नहीं, इसको लेकर कैमरे के सामने कोई बयान देने को तैयार नहीं है. मीसा भारती फिलहाल राज्यसभा सांसद हैं. जबकि रोहिणी आचार्य सिंगापुर में रहती हैं. लेकिन सोशल मीडिया पर लगातार बिहार की सियासत से जुड़ी खबरों पर बेबाकी से टिप्पणी करती रहती हैं.
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'पॉलिटिक्स में आने से और सोशल मीडिया पर अपनी बात रखने से किसी को मनाही नहीं है. लेकिन जब कोई अधिकारिक बयान पार्टी की तरफ से नहीं आया तो इसे सिर्फ और सिर्फ चर्चा मानकर चलना चाहिए. चर्चा किसी भी बात की हो सकती है.' -मृत्युंजय तिवारी, आरजेडी नेता
लालू परिवार का नाम लेकर चलती है सियासत
राजद नेता मृत्युंजय तिवारी ने एनडीए नेताओं पर भी निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि बिना लालू परिवार का नाम लिए उनकी सियासत चल नहीं सकती. इसीलिए लालू परिवार के किसी न किसी सदस्य का नाम लेकर वे दिनभर सियासी रोटी सेंकते रहते हैं.
लालू परिवार से सियासत में आए 5 लोग
इधर, एनडीए नेताओं ने एक सुर में लालू यादव पर बिहार की सियासत में परिवारवाद का आरोप लगाते हुए कहा कि इसमें कोई आश्चर्य नहीं हो, अगर रोहिणी आचार्य बिहार की एक्टिव पॉलिटिक्स में नजर आती हैं. एनडीए नेताओं का कहना है कि पहले से ही लालू परिवार के 5 सदस्य बिहार की सियासत में आ चुके हैं.
'जिस तरह की भाषा का इस्तेमाल रोहिणी आचार्य अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर करती हैं, उससे उनके परिवार की परंपरा का पता चलता है. परिवार का ही सदस्य चुनाव में उतरेगा, यह कोई आश्चर्य की बात नहीं है. परिवार के सदस्यों में एक-दूसरे को पीछे करने की होड़ मची है. इसीलिए मीसा भारती को पीछे छोड़कर रोहिणी आचार्य अब पाटलिपुत्र से अपनी किस्मत आजमाना चाहती हैं.' -अभिषेक झा, जदयू नेता
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क्यों होने लगी है रोहिणी की चर्चा
- सिंगापुर में होते हुए भी बिहार की सियासत से रहती हैं रू-ब-रू
- अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर बेबाकी से लिखती हैं विचार
- लालू यादव की रिहाई के वक्त से ही सोशल मीडिया में एक्टिव
- विपक्षी पार्टियों को लगातार देती रहती हैं जवाब
- सोशल मीडिया पर काफी हैं उनके फॉलोअर
- मीसा भारती लगातार दो बार हार चुकी हैं चुनाव
- पाटलिपुत्र यादव बहुल क्षेत्र होने के बावजूद मिल रही है हार
पाटलिपुत्र लोकसभा सीट का गणित
यादव बहुल क्षेत्र होने के कारण यहां जीत-हार का फैसला बहुत कुछ यादव वोटर्स पर निर्भर करता है. वर्ष 2014 के लोकसभा चुनाव में भाजपा के रामकृपाल यादव ने मीसा भारती को करीब 40,000 वोटों से हराया था. वहीं वर्ष 2019 में दोबारा इन्हीं दो प्रत्याशियों के बीच मुख्य मुकाबला हुआ. एक बार फिर रामकृपाल यादव ने मीसा भारती को करीब 23,000 वोटों से हरा दिया था. पाटलिपुत्र लोकसभा क्षेत्र के तहत छह विधानसभा क्षेत्र हैं, जिनके नाम हैं दानापुर, मनेर, फुलवारी, मसौढ़ी, पालीगंज और विक्रम. साल 2011 की जनगणना के मुताबिक यहां की जनसंख्या 25,45,080 है, जिसमें से 77 प्रतिशत आबादी ग्रामीण अंचल में तो 22 प्रतिशत आबादी शहरी क्षेत्रों में निवास करती है. साल 2014 के चुनाव में यहां पर वोटरों की संख्या 17,36,074 थी, जिनमें से मात्र 9,78,649 लोगों ने अपने मतों का प्रयोग किया था.
लालू एंड फैमिली की सिक्सर मारने की तैयारी!
दरअसल, बिहार की सियासत में लालू और राबड़ी परिवार के पांच सदस्य पहले से एक्टिव हैं. तेजस्वी और तेज प्रताप यादव विधायक जबकि मीसा भारती राजद की राज्यसभा सांसद हैं. वहीं राबड़ी देवी बिहार विधान परिषद की सदस्य हैं. इनके बाद लालू परिवार का कोई और सदस्य अगर चर्चा में है तो वह रोहिणी आचार्य हैं. रोहिणी कुछ समय से लगातार सोशल मीडिया पर पोस्ट कर सत्ता पक्ष पर हमला कर रही हैं. उन्होंने सीएम को भी पद छोड़ने की नसीहत दे डाली है.
कौन हैं रोहिणी आचार्य
रोहिणी पेशे से डॉक्टर हैं और उनके पति निजी कंपनी में एमडी हैं. वह सिंगापुर में रहते हैं. रोहिणी ने तेजस्वी के सोशल मीडिया को भी संभाला था. एक समय था जब लालू के जेल जाने के बाद माना जा रहा था कि रोहिणी डूबते लालू परिवार को बचाने के लिए आगे आ सकती हैं. लेकिन ऐसा नहीं हुआ था. पिछले कुछ समय से जिस तरह से रोहिणी सोशल मीडिया में पोस्ट कर रही हैं उसे देखकर सियासत में उनकी एंट्री को लेकर चर्चाओं का बाजार गर्म है.