पटना: 2 फरवरी को रालोसपा के आक्रोश मार्च के दौरान हुए पुलिस लाठीचार्ज के विरोध में सोमवार को एकदिवसीय बिहार बंद किया गया. ये बंद रालोसपा की तरफ से किया गया जिसे महागठबंधन के अन्य दलों ने भी समर्थन दिया. इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने प्रदेश भर में कई जगह सड़क जाम कर आवगमन ठप कर दिया.
पुलिस के अनुसार, बंद समर्थक सोमवार को राजधानी पटना के डाकबंगला चौराहे और हड़ताली मोड़ पर उतरे और टायर जलाकर रोड जाम कर दिया. डाकबंगला पर भी हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा और रालोसपा के कार्यकर्ता पहुंचे और लाठीचार्ज के विरोध में नारेबाजी की. हालांकि इस दौरान पटना की अधिकांश दुकानें खुली हुई दिखीं.
प्रदर्शनकारियों ने रेल पटरी भी किया जाम
इधर, बक्सर में बंद समर्थकों ने रेल पटरी को जाम कर प्रदर्शन किया. नालंदा, आरा और सुपौल में भी बंद समर्थक सड़कों पर उतरे और आगजनी कर सड़क जाम कर दिया. सड़क पर उतरे हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष वृषण पटेल ने कहा कि शिक्षा में सुधार के लिए प्रदर्शन कर रहे लोगों पर लाठीचार्ज करना लोकतंत्र की हत्या है. इसी घटना के विरोध में हम लोग सड़कों पर उतरे हैं.
हाजीपुर और सोनपुर में भी असर
रालोसपा के बिहार बंद का असर हाजीपुर और सोनपुर के दर्जनों चौक-चौराहों से लेकर बस पड़ाव और रेल मार्गों पर भी देखने को मिला. हाजीपुर के अंजानपुर, गांधी चौक, राजेन्द्र चौक, स्टेशन रोड, पासवान चौक, बाईपास, महात्मा गांधी सेतु सहित जिले भर में इसका असर दिखा. वहीं सोनपुर के स्थानीय राजद विधायक की अगुवाई में जेपी सेतु, गोविंद चौक, बजरंग चौक, गोला रोड, पहलेजा, पुराना गंडक पुल सहित हरिहरनाथ मंदिर रोड पर बंद देखने को मिला.
उपेंद्र कुशवाहा हुए थे घायल
उल्लेखनीय है कि रालोसपा की तरफ से शिक्षा में सुधार की मांग को लेकर यहां शनिवार को निकाले गए आक्रोश मार्च में शामिल कार्यकर्ताओं और पुलिस के बीच जमकर झड़प हुई थी. इस दौरान पुलिस लाठीचार्ज में रालोसपा प्रमुख और पूर्व केंद्रीय मंत्री उपेंद्र कुशवाहा सहित कई कार्यकर्ता घायल हो गए थे.