नई दिल्ली/पटना: आगामी अक्टूबर-नवंबर में बिहार में विधानसभा चुनाव संभावित हैं. बयानबाजी और दावेदारी के बीच रालोसपा प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा ने बड़ा बयान दिया है. उन्होंने साफ किया है कि वे विधानसभा का चुनाव नहीं लड़ेंगे. उन्होंने कहा कि मैं खुद विधानसभा का उम्मीदवार नहीं हूं. मेरी पार्टी मजबूती से लड़ेगी और नीतीश कुमार को सत्ता से हटाने के लिए महागठबंधन में रहकर काम करेंगे.
महागठबंधन में बिखराव की अटकलों पर रालोसपा प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि सब कुछ जल्द ही ठीक हो जाएगा. बिहार में कोई तीसरा मोर्चा बनने की संभावना नहीं है. प्रवासी मजदूरों की समस्या को उठाते हुए उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी के दौरान जितने प्रवासी मजदूर बिहार लौटे हैं, उनकी क्या हालत है यह जगजाहिर है.
'हर मोर्चे पर फेल हैं नीतीश कुमार'
नीतीश कुमार पर कटाक्ष करते हुए उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि बिहार में काफी बेरोजगारी है. हर मुद्दे पर नीतीश जी फेल रहे हैं. उन्होंने कहा कि अगर नीतीश कुमार फिर से बिहार के मुख्यमंत्री बनते हैं तो यह बिहार का दुर्भाग्य होगा. उन्होंने यह भी कहा कि मैं एनडीए में अब कभी भी दोबारा लौटकर जाने वाला नहीं हूं. बीजेपी अनर्गल मुद्दों को उठाती है और जनता का वोट लेने की कोशिश करती है, लेकिन बिहार चुनाव में जनता बीजेपी के झांसे में नहीं आने वाली है.
एनडीए सरकार को हटाना एकमात्र मकसद
महागठबंधन में मतभेद को लेकर उपेंद्र कुशवाहा ने कहा है कि मुझे लगता है कि जिन मुद्दों पर मतभेद है, वह सब बहुत जल्द सुलझ जाएगा. मेरी पार्टी को महागठबंधन में कोई दिक्कत नहीं है. हम सभी का एक लक्ष्य है कि बिहार में एनडीए को हटाना है. जानकारी के मुताबिक बिहार में महागठबंधन की वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए भी एक बैठक होनी है. जिसमें जिन मुद्दों पर टकराव चल रहा है उस पर चर्चा होगी. इस बैठक में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अहमद पटेल भी रहेंगे.
महागठबंधन के दल अलाप रहे अलग राग
बता दें कि आरजेडी ने तेजस्वी यादव को महागठबंधन का सीएम कैंडिडेट घोषित कर रखा है. लेकिन महागठबंधन के अन्य दल इससे सहमत नहीं हैं. दिल्ली में बीते मंगलवार को कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अहमद पटेल से बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जीतन राम मांझी, पूर्व केंद्रीय मंत्री और रालोसपा प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा ने मुलाकात की है. इन लोगों की मांग है कि महागठबंधन में कोर्डिनेशन कमेटी बने और उसमें सर्वसम्मति से सीएम कैंडिडेट और सीट बंटवारे पर निर्णय हो.